
बोतल में सरसों का तेल (सांकेतिक तस्वीर)
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
उत्तर प्रदेश के आगरा में सरसों के तेल, रिफाइंड और वनस्पति में मिलावट के कई मामले एक वर्ष में पकड़े गए हैं। सरसों के तेल के 39 में से 13 नमूने फेल हुए। जांच में सरसों के तेल में पाम ऑयल व सिंथेटिक रंग की मिलावट पाई गई।
रिफाइंड के 20 में से 10 नमूने फेल हुए। इसमें से 8 अधोमानक, एक-एक असुरक्षित व मिस ब्रांड पाए गए। वनस्पति के पांच में से तीन नमूने फेल हुए। जांच में इनको खाने लायक नहीं पाया गया। इनकी गुणवत्ता घटिया स्तर की थी। खटास की मात्रा अधिक थी। स्वास्थ्य के लिए इन्हें हानिकारक माना गया।
जिला अभिहित अधिकारी अमित कुमार सिंह ने बताया कि सरसों के तेल, रिफाइंड व वनस्पति के जो भी नमूने फेल पाए गए, लैब की रिपोर्ट के आधार पर संबंधित फर्मों व कारोबारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।
पनीर, सौंफ, सूजी के लिए नमूने
एफएसडीए की ओर से मंगलवार को भी अभियान चलाया गया। रिया घी स्टोर बुंदू कटरा और गोपाल घी स्टोर, बुंदू कटरा से घी के नमूने लिए गए। मीट एंड ईट प्रतिष्ठान से दयालबाग से पनीर का एक नमूना लिया गया। शिव ट्रेडर्स, बुंदू कटरा से पान मसाला, अवागढ़ खाद्य भंडार, कमला नगर से सौंफ व सूजी, श्री गोपाला द बेकरी शॉप, बल्केश्वर से चनाजोर, आरएमबी मिष्ठान भंडार, रामनगर से खोआ, बर्फी, छेना के अलावा विभिन्न प्रतिष्ठानों से बेसन, पनीर, बूंदी के लड्डू, मिल्क केक, किशमिश, केरला बनाना चिप्स के नमूने लिए गए।