राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पश्चिमी यूपी के क्षेत्र संपर्क प्रमुख आनंद कुमार (64) का मंगलवार दोपहर ताजगंज स्थित विद्युत शवदाह गृह में अंतिम संस्कार किया गया। उनकी अंतिम यात्रा में सह सरकार्यवाह अरुण कुमार, अखिल भारतीय सह संपर्क प्रमुख भारत भूषण, भाजपा के महानगर अध्यक्ष राजकुमार गुप्ता सहित संघ परिवार के सैकड़ों पदाधिकारी और अन्य लोग शामिल हुए। सह सरकार्यवाह ने श्रद्धांजलि देने के साथ शोक संतृप्त परिवार को ढाढ़स बंधाया।
नार्थ विजयनगर काॅलोनी निवासी आनंद कुमार अग्रवाल सीए थे। 45 साल पहले वह संघ से जुड़ गए थे। वे चार भाइयों में सबसे छोटे थे। संघ के सात दिवसीय बौद्धिक शिविर में शामिल होने सहारनपुर गए थे। वहीं सोमवार को उनकी हालत बिगड़ गई। तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया गया। घटना की जानकारी मिलते ही परिजन के साथ ही संघ परिवार में शोक की लहर दाैड़ गई। मंगलवार को उनके निवास से शव यात्रा ताजगंज स्थित विद्युत शवदाह गृह पहुंची। सह सरकार्यवाह अरुण कुमार, भारत भूषण सहित अन्य ने पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद अंतिम संस्कार किया गया।
इस माैके पर अखिल भारतीय सह सेवा प्रमुख राजकुमार मटाले, विश्व हिंदू परिषद के संगठन मंत्री हरिशंकर, सह क्षेत्र संपर्क प्रमुख डाॅ. हरीश, क्षेत्र प्रचारक महेंद्र कुमार, क्षेत्र के प्रचार प्रमुख पदम सिंह, उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड के प्रचार प्रमुख कृपा शंकर, क्षेत्रीय व्यवस्था प्रमुख ललित, क्षेत्रीय प्रचारक प्रमुख जगदीश सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
विद्युत शवदाह गृह में अंतिम संस्कार की जताई थी इच्छा
संघ के प्रमोद चौहान ने बताया कि संपर्क प्रमुख आनंद कुमार पर्यावरण संरक्षण पर जोर देते थे। उन्होंने अंतिम इच्छा जाहिर करते हुए कहा था कि उनका अंतिम संस्कार विद्युत शवदाह गृह में किया जाए। इस पर संघ परिवार के लोगों ने उनके परिजन से बात की। हालांकि, भाई पारंपरिक प्रथा से ही अंतिम संस्कार चाहते थे, लेकिन जब उन्हें उनकी इच्छा के बारे में बताया गया तो सभी मान गए।
उच्च शिक्षामंत्री ने जताया शोक
प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षामंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने आनंद कुमार के निधन पर शोक व्यक्त किया। कहा कि उन्होंने अपना जीवन राष्ट्र सेवा के लिए समर्पित कर दिया। उनका अचानक जाना हम सबके लिए अत्यंत पीड़ादायक है। मां भारती के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले संघ के स्वयंसेवक अपने जीवन को राष्ट्रीय रक्षा और राष्ट्र सेवा के लिए समर्पित कर देते हैं।
