राजनेता की हत्या और खुद को बेगुनाह साबित करने वाले कलाकार की कहानी पर आधारित फिल्म कुलदीप पटवाल और वेब सीरीज फर्जी का सहायक कलाकार मान सिंह नशे की तस्करी में शामिल था। आरोप है कि बड़े-बड़े तस्करों से हेरोइन लाकर उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश तक सप्लाई करता था। एक साल पहले पुलिस ने गिरोह को न्यू आगरा क्षेत्र में पकड़ा तो उसका नाम सामने आया। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स और पुलिस की टीम लग गई। दिल्ली स्थित घर में आरोपी नहीं मिला। बाद में टीम उसकी तलाश में मुंबई गई। 12 महीने बाद उसे गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। ट्रांजिट रिमांड पर आगरा लाने के बाद कोर्ट में पेश किया।

एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स के सीओ उमेश पंवार ने बताया कि चार अक्तूबर 2024 को थाना न्यू आगरा पुलिस और उनकी टीम ने बाइक पर हेरोइन की तस्करी करने जा रहे तस्करों को पकड़ा था। इनमें अलीगढ़ के ग्राम भगवान गढ़ी निवासी शैलेंद्र कुमार उर्फ शैलू पंडित और डौकी स्थित गांव कुंडौल निवासी हरिओम धाकरे थे। उनके पास से 1.070 किलोग्राम हेरोइन बरामद की थी। आरोपियों से पूछताछ के बाद शैलेंद्र राणा, तौहीद के नाम सामने आए थे। जनवरी 2025 में इन लोगों के साथ अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा। इसके बाद एक और आरोपी मान सिंह का नाम सामने आया था। वह दिल्ली की जेजे कॉलोनी, इंद्रपुरी का रहने वाला था। उसके बारे में टीम ने पड़ताल की। मगर वो अपने मूल पते पर नहीं मिला। इस पर पुलिस टीम तलाश में जुट गई। उसके खिलाफ सर्विलांस की मदद से भी साक्ष्य मिल गए। पुलिस टीम को पता चला कि वह मुंबई में रह रहा है। इस पर टीम ने उसकी तलाश की। 11 दिसंबर को उसे मरीना एंक्लेव, मालवानी बिल्डिंग, मुंबई से गिरफ्तार कर लिया। कोर्ट में पेश करने के बाद ट्रांजिट रिमांड पर रविवार को आगरा लेकर आई। उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया।


खर्च पूरे करने के लिए नशे की तस्करी


पुलिस की पूछताछ में आरोपी मान सिंह ने बताया कि वह आठवीं फेल है। बचपन से ही फिल्मों में जाने के बारे में सोच लिया था। इसलिए 17 साल की उम्र में ही वर्ष 2008 में मुंबई चला गया। इसके बाद फिल्मों में जाने के लिए प्रयास किए। मगर सफलता नहीं मिली। इस बीच कई फिल्म निर्देशकों से उसकी मुलाकात हुई। तब उसे कई फिल्म और वेबसीरीज में छोटे-छोटे रोल मिलने लगे। उसने वर्ष 2018 में आई फिल्म कुलदीप पटवाल में मुख्य विलेन के साथ सहायक कलाकार के रूप में कार्य किया। इस फिल्म की कहानी में एक राजनेता की हत्या होती है। इसमें मुख्य कलाकार को फंसा दिया जाता है। इसके साथ ही कलाकार अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए संघर्ष करता है। इसी तरह आरोपी मान सिंह ने वेबसीरीज फर्जी में भी सहायक कलाकार का किरदार निभाया। इस वेबसीरीज में शाहिद कपूर और विजय सेतुपति जैसे सितारों ने काम किया। इसकी कहानी नकली नोटों के धंधे से जुड़ी है। यह वर्ष 2023 में रिलीज हुई थी। मान सिंह ने पूछताछ में बताया कि फिल्मों में असली किरदार न निभा पाने के कारण उसे रुपयों की जरूरत थी। इसे पूरा करने के लिए वह नशे की तस्करी करने लगे। वह ट्रेन में सफर करता था। तस्करों के पास हेरोइन पहुंचा देता था। इसके बदले उसे 10 से 15 हजार रुपये मिल जाते थे। वह वापस जाने के लिए हवाई यात्रा करता था।

महाराष्ट्र से लाकर आगरा के होटलों-रेस्तरां में सप्लाई

पूछताछ में पता चला था कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में हेरोइन की कीमत तकरीबन 2 करोड़ रुपये थी। आरोपी एक अन्य शैलेंद्र राणा से हेरोइन लेकर आए थे। सैंया में गांजा पकड़ा गया था। तब आरोपी शैलेंद्र राणा का नाम सामने आया था। वह अलीगढ़ के हत्या के मामले में भी फरार था। उसके खिलाफ सात केस दर्ज थे। इनमें अलीगढ़, सैंया और मिर्जापुर के थाने शामिल हैं। वहीं हरिओम पर अलीगढ़, सैंया और डाैकी में धोखाधड़ी, जबकि केस महाराष्ट्र के औरंगाबाद में दर्ज हुआ था। सरगना महाराष्ट्र से दिल्ली तक माल लाता था। इसके बाद अन्य राज्यों में सप्लाई की जाती थी। पकड़े गए आरोपी एक शोरूम के बाहर सप्लाई देने वाले थे। इसके बदले में उन्हें कमीशन मिल जाता। आगरा के होटलों और रेस्तरां में बड़ी मात्रा में हेरोइन की सप्लाई की जानकारी मिली थी। हुक्का बार में भी नशे के रूप में इसका प्रयोग हो रहा है। फुटकर में हेरोइन चार से पांच करोड़ में बिक रही है।



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *