नवरात्र आते ही गांव कुसियारपुर के घरों में खुशी का माहाैल था। दिवाली की तैयारी चल रही थी। मगर इससे पहले ही हादसे ने खुशियां छीन लीं। दो परिवारों के चिराग बुझ गए। किसी ने बेटा खो दिया तो किसी ने पति। दर्दनाक हादसे के बाद गांव में मातम पसरा हुआ था। दहाड़े मारकर रोती मां, बिलखते पिता और बेसुध हुई बहनों को देखने वालों के कलेजे कांप उठे। डूबने वालों को गांव के लोग और रिश्तेदार सांत्वना देते रहे।

खेरागढ़ स्थित उटंगन नदी में बृहस्पतिवार को मां दुर्गा की मूर्ति विसर्जित करने आए गांव कुसियापुर डूगरवाला के 13 युवक गहरे पानी में डूब गए। हादसे से अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद एक युवक विष्णु को बचा लिया। डेढ़ घंटे बाद पुलिस की मदद से दो युवकों ओमपाल और गगन के शव निकाले गए जबकि देर रात एक अन्य किशोर मनोज का शव मिल गया।

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विलाप करती महिलाएं
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
यमुना में डूबे 17 वर्षीय अभिषेक के पिता कुंवरराज टेलर हैं। दो बहन 12 साल की सोनिया और 19 साल की आशिकी है। अभिषेक इंटर का छात्र था। बेटे के डूबने का पता चलने पर मां नीतू का हाल बेहाल हो गया। घटना की जानकारी पर मां-पिता और बहनें नदी किनारे पहुंच गए। आधी रात तक वहीं बैठे रहे। उन्हें बेटे के बाहर निकालने का इंतजार रहा।

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रोती बिलखती महिलाएं
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
– 15 वर्षीय सचिन उर्फ महावीर के पिता रामवीर सिंह मार्बल कारीगर हैं। वह दो भाई हैं। बड़ा भाई अंकित 18 साल का है। बहन खुशबू है।
– 20 वर्षीय वीनेश के पिता बब्बू उर्फ विजय सिंह किसान हैं। भाई लोकेश शादीशुदा है। दो बहनों में एक की शादी हो चुकी है। छोटी बहन वर्षा है। मां ममता देवी का रो-रोकर बुरा हाल था।

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मौके पर जुटी गांव वालों की भीड़
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
– 22 वर्षीय भगवती के पिता मुरारीलाल किसान हैं। भगवती की शादी को आठ महीने हुए थे। पत्नी चंचल को बुरा हाल था। भगवती का पता नहीं चल सका है।
– 16 वर्षीय ओकेश के पिता किशन सिंह किसान हैं। ओकेश छह भाइयों में सबसे छोटा था। उसकी मां शांति देवी रो रही थीं। कह रही थीं कि कोई बेटे को वापस ले आए।

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परिवार की महिलाएं
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
– 20 वर्षीय गजेंद्र के पिता रेवती प्रसाद किसान हैं। गजेंद्र तीन भाइयों में सबसे छोटा है। इंटरमीडिएट का छात्र है। दो बहनों की शादी हो चुकी है। छोटी बहन आरती है।
– 15 वर्षीय दीपक के पिता सुकखन की 6 साल पहले बीमारी से मृत्यु हो गई थी। चार भाइयों में सबसे छोटा है। बेटे के डूबने की जानकारी पर मां तुलसी देवी सदमे में आ गईं। उन्हें रिश्तेदारों ने किसी तरह संभाला।