
आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि पुष्पेंद्र बघेल ने हत्या के बाद वीडियो बनाया। इसमें क्षत्रिय गौरक्षा दल का नाम लिया था। पिछले दिनों क्षत्रिय करणी सेना ने प्रदर्शन किया था। शहर में बवाल भी हुआ था। पुलिस का ध्यान भटकाने और सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने के लिए घटना को पहलगाम से जोड़ने का प्रयास किया था। वीडियो के बाद पुलिस ने ताजगंज क्षेत्र में गश्त की थी।
दूध विक्रेता है आरोपी, दल से जुड़े नहीं
इस मामले में पुलिस माइक्रो ब्लाॅगिंग साइट की भी जांच कर रही है। जिन लोगों ने टिप्पणी की, उनके बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। आरोपियों की गिरफ्तारी हुई तो कोई भी क्षत्रिय नहीं निकला। न ही किसी दल से जुड़े हुए निकले। आरोपी दूध विक्रेता है। रेस्तरां पर आना जाना था। बिरयानी के रुपयों को लेकर विवाद में गोली मारने की योजना बनाई गई थी। पुलिस ने उनके वीडियो के वायरल होने पर प्रतिक्रिया नहीं देने की अपील की थी।
गुलफाम की हत्या कर माहौल खराब करने की थी कोशिश
आगरा में ताजमहल के हाई सिक्योरिटी जोन के नजदीक ताजनगरी फेज-1 में रेस्तरां संचालक के भाई गुलफाम की गोली मारकर हत्या बिरयानी के रुपयों को लेकर हुए विवाद में की गई थी। वीडियो बनाकर सांप्रदायिक रूप देने की कोशिश की थी। सोमवार को पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा कर दिया। दो आरोपियों प्रियांश यादव और शिवम बघेल को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया। दोनों पैर में गोली लगने से घायल हो गए। इस दौरान गोली लगने से सिपाही गिरेंद्र भी घायल हो गए। पुलिस ने तीसरा आरोपी मनोज चौधरी भी पकड़ा है।
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि हत्याकांड के बाद माहौल खराब करने के उद्देश्य से सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड किया था। इसके पीछे पहलगाम की घटना को जिम्मेदार ठहराने का प्रयास किया था। एक आरोपी फरार है। पुलिस उसकी तलाश में लगी है। ताजनगरी फेस-1 में 23 अप्रैल की आधी रात को घटना हुई थी। शाहिद अली चिकन बिरयानी रेस्तरां पर बाइक पर तीन युवक आए थे। शाहिद अली के चचेरे भाई गुलफाम (27) और सैफ अली को गोली मारी गई थी।