
मालिक कहां हैं…। जल्दी से गहने निकालकर दे दो… शोर मचाया तो गोली मार देंगे…। यह कहते हुए श्री बालाजी ज्वेलर्स में दो बदमाशों ने घुसते ही महिला कर्मचारी और ग्राहक युवती को बंधक बना लिया। वह कुछ कर पातीं, उससे पहले ही बैग में जेवरात भरने लगे। सीढ़ियों से उतरकर भागते समय सराफ योगेश चौधरी आ गए। उन्होंने कर्मचारी को शोर मचाते देख एक बदमाश को पीछे से पकड़ लिया तो दूसरे बदमाश ने सराफ को गोली मार दी।
रामा एन्क्लेव, पश्चिमपुरी निवासी योगेश चौधरी पहले घर के पास ही आर्टिफिशियल जेवरों का कारोबार करते थे। वर्ष 2011 में कारगिल चौराहे पर दुकान खोली थी। वह बाजार से जेवर लाकर बिक्री करते थे। दो बेटे सागर और आशीष चौधरी हैं। बेटे करकुंज मार्ग पर स्काई रेस्तरां चलाते हैं। शोरूम पर भी अक्सर बैठते हैं। शोरूम रोजाना कर्मचारी रेनू ही खोलती थी। सुबह 10:45 बजे आने के बाद करीब 11 बजे वह एक युवती को गहने दिखाने में व्यस्त थीं। तभी दो बदमाश आ गए और उन्होंने लूट की।
बदमाशों ने कॉम्प्लेक्स से करीब तीन मीटर की दूरी पर अपनी बाइक खड़ी कर रखी थी। रेनू को शोर मचाता देखकर अचानक आए सराफ योगेश ने एक बदमाश को पकड़ लिया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बदमाशों को अंदाजा नहीं था कि मालिक उनके सामने ही शोरूम पर पहुंच जाएंगे। बदमाश ने खुद को छुड़ाने की कोशिश की, लेकिन योगेश ने पकड़ ढीली नहीं की। इस पर दूसरे बदमाश ने योगेश को गोली मार दी। बदमाश आराम से भाग गए। कुछ देर बाद लोग सराफ के पास आए और पुलिस को सूचना दी।
परिवार में मचा कोहराम
पिता योगेश चौधरी को गोली लगने की खबर पर बेटे सागर और आशीष पहुंच गए। दोनों को रोता देख पुलिस और परिजन ने सांत्वना दी। कहा कि अभी घर पर मां उर्मिला को मौत की खबर मत देना, कुछ देर बाद बताना। मगर, घर पर एक घंटे बाद ही लोगों का आना-जाना शुरू हो गया। पत्नी मौत की खबर सुनते ही बेसुध हो गईं।
विधायक ने पुलिस आयुक्त से की बात
कारगिल चौराहे पर घटना की जानकारी पर विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल पहुंच गए। उन्होंने पुलिस से बात की। इसके बाद पुलिस आयुक्त दीपक कुमार को कॉल किया। उन्होंने कहा कि आए दिन गोली कांड की घटनाएं हो रही हैं। पुलिस जल्द हत्याकांड का खुलासा करे।