कासगंज। ग्रामीण क्षेत्रों में भी जल्द ही रोडवेज की सेवाएं उपलब्ध होगी। इसके लिए निगम की तरफ से रूट सर्वे का कार्य शुरू कर दिया गया है। एआरएम और एआरटीओ की संयुक्त टीम रूटाें का निरीक्षण और भौतिक सत्यापन कर रिपोर्ट शासन को प्रेषित करेंगी। रोडवेज की तरफ से मथुरा मार्ग, आगरा, दिल्ली, बरेली मार्गों पर ही बसों का संचालन किया जा रहा। गंजडुंडवारा, अमांपुर एवं सिढ़पुरा के लिए बसों की संख्या ना के बराबर है। पूरे दिन में एक या दो बसें ही रूट पर चलती हैं। जिससे इन मार्गों से गुजरने वाले क्षेत्रीय लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। उन्हें रोडवेज की बसों का लाभ नहीं मिल पाता।

ग्रामीण क्षेत्र के बड़े गांव जहां आबादी अधिक हैं, वहां तक निगम की बसों को पहुंचाने के लिए कवायद शासन स्तर से शुरू की गई हैं। परिवहन निगम द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वे का कार्य शुरू किया गया है। रूट सर्वे कार्य को पूरा कराने की जिम्मेदारी एआरआम को सौंपी गई है। ये कर्मचारी असेवित गांव की आबादी, यात्रियों की संभावित संख्या, डिपो से दूरी एवं मार्ग के बारे में रिपोर्ट तैयार करेंगे। यह रिपोर्ट 10 अक्तूबर तक मुख्यालय भेजी जाएगी। जिसके बाद हरी झंडी मिलने पर बसों का संचालन ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ने की उम्मीद है।

बस की श्रेणी का करना होगा उल्लेख

सर्वे की रिपोर्ट तैयार करते समय यह भी उल्लेख करना होगा कि ग्रामीण क्षेत्र के किस मार्ग पर किस श्रेणी की बसा का संचालन किया जा सकता है। जैसे 26 सीट, 38 या 40 सीट बस का या फिर बड़ी बस का संचालन हो किया जा सकता है। उसी के अनुसार बसों का संचालन मार्ग पर भविष्य में किया जा सकेगा।

असेवित क्षेत्रों में रोडवेज की बसों के संचालन की संभावना को तलाशने के लिए प्रबंध निदेशक के निर्देश पर सर्वे किया जा रहा है। जिसके बाद रिपोर्ट निगम के मुख्यालय समय पर भेज दी जाएगी। – विजय गंगवार।



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