कासगंज। जिले में गंगा की बाढ़ से विषम हालात बनते जा रहे हैं। मीडियम फ्लड से अब डेंजर फ्लड की स्थिति हो गई है, जिससे खतरा बढ़ता जा रहा है। जिले के 60 गांव बाढ़ से प्रभावित होंगे, जिनमें करीब 20 चपेट में आ चुके हैं। जल स्तर में वृद्धि से बृहस्पतिवार को स्थिति और खराब हो सकती है। देर रात तक 2.81 लाख क्यूसेक छोड़ा जा चुका था।
नरौरा से सुबह ही अतिरिक्त पानी छोड़ा गया। देर शाम तक 50 हजार क्यूसेक पानी छोड़ दिया गया। इससे जिले में डेंजर फ्लड के हालात बन गए। प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। गंगा के तटीय इलाकों में राजस्व टीमें निगरानी में लगाई गई हैं। सिंचाई विभाग के अभियंता और कर्मी बांधों की निगरानी कर रहे हैं। जिलाधिकारी ने आपदा प्रबंध सुनिश्चित रखने के निर्देश दिए हैं।
जुलाई माह से जिले में मीडियम फ्लड के हालात बने हुए हैं, लेकिन 3 दिन पूर्व पहाड़ों पर हुई जबरदस्त बारिश के बाद हरिद्वार के भीमगोंडा बैराज से अतिरिक्त पानी छोड़ा गया था। हरिद्वार से छोड़े गए पानी का असर नरौरा बैराज पर होते हुए जिले तक आ गया है। नरौरान से पिछले 24 घंटों में 50 हजार क्यूसेक से अधिक पानी की वृद्धि हुई है। जिले में ढाई लाख क्यूसेक से तीन लाख क्यूसेक तक नरौरा बैराज से पानी का डिस्चार्ज होने पर डेंजर फ्लड की स्थिति बनती है। जो बुधवार से जिले में बन गई है। पिछले 5 साल में नरौरा बैराज से छोड़ा गया यह सर्वाधिक पानी है। 2018 में 2.23 लाख क्यूसेक पानी अधिकतम छोड़ा गया था, लेकिन इस बार नरौरा से सायं 6 बजे 2.67 लाख क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज था। यह डिस्चार्ज लगातार बढ़ता रहा।
बृहस्पतिवार को और अधिक बाढ़ का प्रभाव बढऩे का सिंचाई विभाग और प्रशासन के द्वारा अलर्ट कर दिया गया। सोरोंजी क्षेत्र के गंगा के तटीय गांव में डेंजर फ्लड का प्रवाह पहुंच गया। ऐसी स्थिति में इस इलाके के गांव रामपुर, अभयरपुर, डेलासराय, लहरा, डिंगलेसनगर, उढ़ेर, नगला पटिया, नगरिया फार्म, पाठकपुर, कादरवाड़ी सहित अन्य इलाकों में बाढ़ का पानी पहुंच गया है। लहरा में कुष्ठ आश्रम के आगे तक बाढ़ के पानी की दस्तक हो गई। बघेला गांव की आबादी तक लगातार पानी बढ़ रहा है। गांव की सडक़ भी कट गई है। इस इलाके अन्य गंाव में भी बाढ़ का खतरा बन गया है। दतलाना और उढ़ेर बांध को इस इलाके में खतरा बढ़ रहा है।
वहीं नगरिया से सुन्नगढ़ी की ओर जाने वाले मार्ग की ओर बसे गांव अजीतनगर, उलाईखेड़ा, सिकंदरपुर ढाव इलाके में भी सांय तक काफी पानी बढ़ गया था। इसके आगे के गांव बमनपुरा, किलौनी, किसौल के खेत बाढ़ के पानी से घिरे हुए थे वहीं आबादी क्षेत्र में पानी तेजी से बढ़ रहा था। सोरोंजी, सहावर के इलाकों से बढ़ता बाढ़ का प्रकोप आज पटियाली क्षेत्र में असर दिखाएगा। इस इलाके के करीब 45 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। इन गांव मं फिर से बाढ़ का पानी पहुंचना शुरू हुआ है जो आज बढ़ जाएगा। बाढ़ के बढ़ते प्रकोप की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने पूरा अलर्ट जारी कर दिया है। सहावर तहसील के सहवाजपुर बांध को भी खतरा हो सकता है। यहां भी जलस्तर का दबाव बढ़ रहा है। यहां के मुजफ्फरनगर, सहवाजपुर, गढ़ी चंदवा, गढ़ी डूंगर तक बाढ़ का प्रकोप है।
पटियाली क्षेत्र के इन गांव तक है बाढ़ का असर
कासगंज। गंगा की बाढ़ का पटियाली क्षेत्र के कादरगंजपुख्ता, नैथरा, मिहेाला, इंदा जसनपुर, पीतमनगर हड़ौरा, पनसोती, हट्टू कटरी, नगला डंबर, नौली फतुआबाद, नगला जयकिशन, सनौड़ी सिहमन पुख्ता, नगला खना, नगला हीरा, मूंजखेड़ा, नगला जैली, ओमनगरिया, कादरगंज खाम, नगला मोहन, खेड़ा नौआवाद, कादरगंज, नगला तिलक, नगला मनी, नगला जगमोहन, नगला मुंता, नगला डामर, समसपुर तराई, राजेपुर कुर्रा, देवकली, सिद्धनगर, राजेपुर कुर्रा पुख्ता, सुन्नगढ़ी, किलौनी, नगला टिकुरी, नगला दुलार, मजरा कुसौल, सहवाजपुर, गढ़ीरामपुर, डूंगर, उलाई खेड़ा, बमनपुरा, रसूलपुर, सिकदंरपुर वैश्य, कैथोला आदि गांव तक बाढ़ का असर है।
सोरोंजी-कछला के बीच सड़क किनारे भरा पानी
कासगंज। कासगंज-बरेली मार्ग के सोरोंजी और कछला गंगानदी के बीच गंगा का जलस्तर सडक़ के किनारे पहुंच गया है। जिससे सडक़ और पुलिया क्षतिग्रस्त होने का अंदेशा है। लोक निर्माण विभाग के हॉट मिक्स प्लांट मानपुर नगरिया पर भी बाढ़ का पानी पहुंच गया है। जिससे प्लांट मशीनरी बाढ़ के पानी से घिर गई है।
बाढ़ का मानक
नो फ्लड- 30000 क्यूसेक तक।
साधारण फ्लड- 30000 से एक लाख क्यूसेक तक।
लो फ्लड- एक लाख से डेढ़ लाख क्यूसेक तक।
मीडियम फ्लड- डेढ़ लाख से ढाई लाख क्यूसेक तक।
डेंजर फ्लड- ढाई लाख से तीन लाख क्यूसेक तक।
हाई फ्लड- तीन लाख क्यूसेक से अधिक।
बुधवार को नरौरा बैराज से इस तरह बढ़ा पानी
सुबह 6 बजे- 233440 क्यूसेक
सुबह 8 बजे- 239272 क्यूसेक
दोपहर 2 बजे- 257146 क्यूसेक
सायं 6 बजे- 267636 क्यूसेक
– गंगा के पानी में तेजी से वृद्धि हो रही है। गंगा में पानी डेंजर फ्लड लेविल पर पहुंच गया है। कई गांव की आबादी तक पानी पहुंचा है। लोगों को दिक्कतें हो रही हैं, लेकिन स्थिति सामान्य है और पानी बढ़ने का अलर्ट कर दिया गया है। सिंचाई विभाग लगातार बांधों की निगरानी कर रहा है। आवश्यक बाढ़रोधी कार्य कराए जा रहे हैं। आज और पानी बढ़ेगा। – अरुण कुमार, अधिशासी अभियंता, सिंचाई