कासगंज। जिले में गंगा में आई बाढ़ का असर शिक्षा व्यवस्था पर पड़ रहा है। बाढ़ प्रभावित इलाकों की शिक्षा व्यवस्था बेपटरी हो गई है। बाढ़ का पानी स्कूलों में भर जाने या फिर मार्ग पर पानी होने से बच्चे स्कूल नहीं पहुंच पा रहे हैं। जिले में 35 स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था पर असर पड़ा है।जिले में गंगा उफान पर है। गंगा का जलस्तर हाई फ्लड लेवल पर पहुंच चुका है। गंगा के उफान के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में बाढ़ का पानी घुसा हुआ है। ऐसे में इन क्षेत्रों के बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में पानी भर गया है। गंजडुंडवारा क्षेत्र के रामताल के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक, बरौना के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक, देवकली व हेवतपुर के प्राथमिक विद्यालयों में पानी भर गया है। उल्ललीपुर, गठौरा, नगला टिकुरी, मूंजखेडा, नगला हंसी, उलाई खेड़ा, नगला पथइया, हैवतपुर, नगला खंदारी, तरसी, नगला नरपत के स्कूलों में पानी भर गया है। इसी तरह सोरोंजी क्षेत्र के दतलाना, लहरा, सहित कई स्कूलों में बाढ़ का पानी भर गया। सहावर क्षेत्र में भी कई स्कूल पानी से घिरे हुए हैं। परिषदीय स्कूलों में पानी भर जाने से बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं, जिससे शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है।
बाढ़ से 35 स्कूल प्रभावित हुए हैं। स्कूलों में शिक्षण कार्य बंद नहीं किया गया है। शिक्षकों को गांव के ऐसे स्थान जहां पर बाढ़ का पानी नहीं है वहां पर शिक्षण कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे बच्चों की शिक्षा पर असर न पड़े। – राजीव यादव, बीएसए