बैठक से गायब दो पशु चिकित्साधिकारियों का वेतन रोका
डीएम ने गो संरक्षण समिति की बैठक में समीक्षा की
संवाद न्यूज एजेंसी
मैनपुरी। कलेक्ट्रेट सभागार में गो संरक्षण समिति की बैठक में डीएम अविनाश कृष्ण सिंह ने बैठक से अनुपस्थित पशु चिकित्साधिकारी सदर, पीपल खिरिया का तत्काल प्रभाव से वेतन रोकने के आदेश दिए हैं। बैठक से बिना पूर्व अनुमति के अनुपस्थित रहने पर स्पष्टीकरण देने को कहा। वृहद गो आश्रय स्थल नगला फत्ते में व्यवस्थाएं ठीक न होने पर पशु चिकित्साधिकारी, सेक्रेटरी को प्रतिकूल प्रविष्टि दी। वृहद गो-संरक्षण केंद्र अहिरवा में संरक्षित गोवंशों की ऑनलाइन फीडिंग में लापरवाही बरतने पर पशु चिकित्साधिकारी अहिरवा को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिए।
डीएम ने पशु चिकित्साधिकारियों की पांच सदस्यीय कोर कमेटी गठित की। डॉ. शिव प्रताप, डॉ. कुलदीप पांडेय, डॉ. जितेंद्र कुमार, डॉ. प्रशांत एवं डॉ. अफरोज को नामित किया। कोर कमेटी के सदस्य छुट्टा रूप से घूम रहे गोवंशों को पकड़कर गोशालाओं में पहुंचाएंगे। मंडल स्तर से आई टीमों द्वारा गोआश्रय स्थल अतिकुल्लापुर, सौनई, अहिरवा, नगला फत्ते, रमपुरा, गुराई में कमियां मिली थीं। संरक्षित गोवंश का शत-प्रतिशत ईयर टैगिंग भी नहीं मिला था। इसमें सुधार करें।
सीडीओ विनोद कुमार ने कहा कि गोआश्रय स्थलों में संरक्षित गोवंश के लिए हरे चारे की उपलब्धता के लिए चारागाह की 42 हेक्टेयर जमीन गोशालाओं से संबद्ध की गई है। हरे चारे की व्यवस्था की जाए। खंड विकास अधिकारी गोशालाओं में वर्मी कंपोस्ट पिट बनवाकर जैविक खाद का उत्पादन कराकर उसकी बिक्री की व्यवस्था करें। ताकि गोशालाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाया जा सके। अपर जिलाधिकारी रामजी मिश्र, उपायुक्त मनरेगा पीसी राम, जिला विकास अधिकारी अजय कुमार, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅ. विनय कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी तुलसी राम मौजूद रहे।