कासगंज। जिले मेें स्वास्थ्य विभाग पर मच्छर भारी पड़ रहे हैं। विभाग के दवा छिड़काव के बाद भी मच्छरों का प्रकोप कम नहीं हो रहा। अब तक जिले में 198 मरीज डेंगू-मलेरिया के चिन्ह्त हो चुके हैं, जबकि काफी संख्या में मरीजों का बाहरी जनपदों में इलाज चल रहा है। 24 मरीजों की जान भी डेंगू, मलेरिया एवं बुखार से हो चुकी है।
जिले में लगभग दो माह से डेंगू-मलेरिया का प्रकोप बना हुआ है। गांव-गांव बीमारियां फैल रही हैं। जब बीमारियों ने अपने पैर पसार लिए तब स्वास्थ्य विभाग नींद से जागा। विभाग ने दवा का छिड़काव शुरू कराया, लेकिन विभाग के दवा छिड़काव शुरू कराने के बाद भी बुखार का प्रकोप थमने के स्थान पर और फैलता गया। जिले में सरकारी अस्पताल एवं निजी अस्पताल पर अब तक 99 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। 99 मरीज मलेरिया के चिन्ह्त हो चुके है। यह आंकड़ा पिछले साल से काफी अधिक है। पिछले साल डेंगू के 78 एवं मलेरिया के 27 मरीज सामने आए थे।
जिले में गंजडुंडवारा के अल्हेपुर, धर्मपुर, सहावर के बढ़ा गांव कोटरा, सोरोंजी के प्रहलादपुर, नगला खंजी, मिर्जापुर, कासगंज के मैमडी, बाहिदुपर सहित कई गांव ऐसे हैं, जिनमें काफी संख्या में मरीज डेंगू व मलेरिया की चपेट में आए हैं। इसके अलावा अन्य गांव में भी ऐसे मरीज मिल रहे हैँ। बीमारियों के चलते हो रही मौत से ग्रामीणों चिंतित भी हैं। स्वास्थ्य विभाग के लगातार दवा छिड़काव के दावों के बीच मच्छरों का प्रकोप लगातार बना हुआ है। विभाग की टीमें गांव में शिविर लगा रही हैं। बुखार के लगातार मरीज आ रहे हैं, जिनकी मलेरिया डेंगू की जांच कराई जा रही है।