हेमा पेट्रोल पंप से पश्चिमपुरी चौराहे के बीच हुए निर्माण कार्य में कथित घोटाले की जांच करने के लिए महापौर के आदेश पर गठित कमेटी ने शनिवार को मौका मुआयना किया। जांच कमेटी के सदस्य पार्षद रवि करोतिया, प्रवीना राजावत, वीरेंद्र लोदी और हेमंत प्रजापति को मौके पर नगर निगम के ठेकेदार निर्माण करते मिले। पार्षदों ने इस पर विरोध जताते हुए इसे जांच से पहले ही गड़बड़ी पर लीपापोती करार दिया।

जांच समिति के सदस्यों ने आरोप लगाया कि महापौर के आदेश के बावजूद नगर निगम के अधिकारी जांच में सहयोग नहीं कर रहे। निगम के अधिकारियों ने जांच समिति को लेकर कोई पत्र जारी नहीं किया है। इसी वजह से उन्हें बिना अफसरों के ही जांच शुरू करनी पड़ रही है। 

पार्षद प्रवीना राजावत, रवि करोतिया ने सड़क निर्माण में की गई गड़बड़ियों को छिपाने के लिए की जा रहे लीपापोती का विरोध किया। मौके पर मजदूरों व ठेकेदार से पूछताछ की कि आपको किसने इस कार्य को करने के लिए निर्देशित किया है। इस पर मजदूर व ठेकेदार कोई भी जवाब नहीं दे पाए। 

सदस्यों ने कहा कि इस मामले की लिखित शिकायत महापौर हेमलता दिवाकर से करेंगे। बता दें, अमर उजाला ने घोटाला… 53 लाख में बननी थी सड़क, खर्च किए एक करोड़ शीर्षक से खबर प्रकाशित कर गड़बड़ी का खुलासा किया था। इसके बाद सदन की बैठक में पार्षदों ने हंगामा किया तो महापौर हेमलता दिवाकर ने नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल से मामले की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा था। हालांकि जांच न होने पर महापौर ने खुद ही कमेटी का गठन कर दिया।

 



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

अभी अभी की खबरें