कासगंज। सहकारी समितियों के हालात सुधारने के लिए चलाए जा रहे सहकारिता से समृद्धि की ओर अभियान का प्रयास रंग लाने लगा हैं। एक माह चलाए गए सदस्यता अभियान से समितियां समृद्धशाली बन गई है। अभियान के चलते समितियों की पूंजी तीस लाख से अधिक हो गई है। समितियों के मजबूत होने से किसानों को लाभ मिलेगा, उन्हें समय से खाद और बीज उपलब्ध होगा। जिले में 36 सहकारी समितियों का संचालन होता है। अभी तक इन समितियों की हालत काफी खराब थी, कर्मियों के वेतन तक समय से निकालना मुश्किल हो गए थे। समितियों के हालात सुधारने के लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं। इस दौरान समितियों को जहां कंप्यूटरीकृत किया गया है। वहीं अन्य योजनाओं से जोड़कर आय बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। इसके तहत समितियों में एक माह का सदस्यता अभियान चलाया गया। अभियान के तहत जिले को 10080 सदस्य बनाने का लक्ष्य दिया गया था। प्रत्येक सदस्य को 100 रुपये की लागत के दो बॉड खरीदने थे। इसके साथ ही सदस्य बनने के लिए 31 रुपये का शुल्क भी निर्धारित किया गया था। विभागीय प्रयासोंं से किसानों, ग्रामीणों ने समिति के सदस्य बनने में रुचि दिखाई, इसका परिणाम हुआ कि निर्धारित लक्ष्य से अधिक सदस्य बनाने में सफलता हासिल हुई। अभियान के दौरान 13060 सदस्य समितियों से जुड़े। इससे समितियों की 3017726 रुपये पूंजी बढ़ गई। समितियों के अब लगभग 33 हजार सदस्य हो गए हैं। इस पूंजी से समितियों को जहां किसानों को खाद, बीज, ऋण आदि देने में आसानी होगी वहीं कर्मियों के वेतन भी आसानी से निकल सकेंगे।

समितियों में किसानों को अब मिलेंगी ये सुविधाएं

समितियों में खोले जाएंगे कॉमन सर्विस सेंटर

जन औषधि केंद्र की भी मिलेगी सुविधा

सोलर पंप लगाने के कार्य कराए जाएंगे समितियों के माध्यम से

पेट्रोल पंप संचालन का कार्य करेंगी समितियां

रसोेई गैस की एजेंसी भी खोली जाएगी समितियों में

बीज की डीलर शिप दी जाएगी समितियों को

राशन की दुकानें भी संचालित करेंगी समितियां

किराए पर कृषि यंत्र देने की रहेगी सुविधा

सहकारी समितियों के लिए निर्धारित किए गए लक्ष्य से अधिक सदस्य बने हैँ। समितियों के माध्यम से जनसुविधा केंद्र खोलने के लिए समितियों का चयन हो चुका है। अन्य सुविधाओं से समितियों को जोड़ने के लिए कार्य किए जा रहे हैं।- बीके मिश्रा, एआर कॉआपरेटिव



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *