कासगंज। 7 दिन पूर्व सिक्किम में बादल फटने की घटना के दौरान लापता हुए जिले के सलेमपुर पिरौंदा गांव के सैनिक के बारे में अभी कोई सुराग नहीं लग सका है। सिक्किम में पहुंचे परिवार के लोग भी सेना के साथ तलाशी अभियान में जुटे हुए हैं। सैनिक के बारे में सुराग न लगने से परिवार के लोग बेहद चिंतित हैं। सेना के द्वारा बरामद किए गए अन्य सैनिकों के शव से परिवार के लोगों का डीएनए टेस्ट किया जा रहा है।पिछले मंगलवार को सिक्किम में बादल फटने की घटना हुई। जिसमें 23 सैनिक घटना के शिकार हुए। इन सैनिकों में एक सैनिक जिले के सलेमपुर पिरौंदा गांव का निवासी राघवेंद्र उर्फ रासबिहारी (39) लापता है। वह सेना में चालक पद पर तैनात हैं। सेना मुख्यालय के द्वारा सैनिक के लापता होने के बाद उसके परिजनों को सिक्किम बुलाया था। परिजन भी दो दिन पहले सिक्किम पहुंच गए, लेकिन अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। बताया गया कि सैनिक राघवेंद्र सेना का जो वाहन चलाता था, वह वाहन भी अभी लापता है। इस बात की आशंका बनी हुई है कि कहीं सेना का वाहन कहीं मलबे में न दबा हो। राघवेंद्र की पत्नी देवी, भाई नरेंद्र अन्य परिजन के साथ सेना के सर्च अभियान में जुटे हैं। सैनिक का सुराग न लगने से परिजन में चीत्कार मचा हुआ है। भाई नरेंद्र सिंह ने बताया कि सेना का सर्च अभियान जारी है। अभी तक कुछ पता नहीं लग सका है।