मैनपुरी। कस्बा कुरावली में स्वास्थ्य विभाग की झोलाछापों से अजब प्रेम की गजब कहानी दिखाई दी। बृहस्पतिवार की शाम जिन झोलाछापों की दुकानों को सील किया गया था। शुक्रवार को उन दुकानों का संचालन होते पाया गया। यहां मरीजों को खुले आम उपचार भी दिया जा रहा था। सूत्रों की मानें तो विभागीय अधिकारियों ने मिलीभगत कर संचालन कराया। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आरसी गुप्ता के निर्देशन के बाद चिकित्साधीक्षक कुरावली डॉ. जयप्रकाश वर्मा ने बृहस्पतिवार को क्षेत्र के गांव देवीनगर, खिरिया पीपल और शरीफपुर में झोलाछाप पर कार्रवाई करते हुए दुकानें बंद करा दी थीं। उनकी चाबी चिकित्साधीक्षक कुरावली अपने साथ ले गए थे। लेकिन बृहस्पतिवार को बंद की गईं झोलाछापों की कुछ दुकानें शुक्रवार को संचालित होती देखी गईं। जागरूक लोगों ने इसके फोटो खींचे और वीडियो भी बनाए जो सोशल मीडिया पर वायरल हुए। चिकित्साधीक्षक की यह कार्रवाई क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।

आखिर क्यों सील नहीं की गई दुकानें

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों पर सवाल उठ रहा है कि जब बृहस्पतिवार को निरीक्षण के दौरान झोलाछाप किसी प्रकार का अभिलेख नहीं दिखा सके थे तो उनका ताला लगाकर दुकान सील क्यों नहीं की गई। केवल ताला लगाकर चाबी लेकर ही चिकित्साधीक्षक क्यों चले गए। इससे ये सवाल पैदा हो रहा है कि चिकित्साधीक्षक ने दुकानों को सील न करके उनके पास मौजूद दूसरी चाबी से दुकानों के संचालन का मौका दिया।

बृहस्पतिवार को कुछ दुकानें सील की गई थीं जिनकी चाबी मेरे पास है। वे सभी दुकानें बंद हैं।

डॉ. जयप्रकाश वर्मा, चिकित्साधीक्षक कुरावली



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