
वर्तमान में आगरा में एनएसजी कमांडो समेत अन्य वायुसेना जवानों को हेलीकॉप्टर से पैराशूट के सहारे हाई जंप की ट्रेनिंग देते थे। शनिवार सुबह पैराशूट में खराबी आने से वह नीचे गिरे और बलिदान हो गए थे। पैतृक गांव से शव यात्रा निकलने पर आगरा से साथ आईं पत्नी प्रीति, दोनों बेटे यश व कुश और भाई श्याम कुमार समेत पिता रमाशंकर व माता उर्मिला देवी दहाड़े मारकर रोने लगे। बड़ी मुश्किल से लोगों ने उन्हें संभाला।
गांव में द्वार और स्मारक बनवाने की घोषणा
राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने भी शहादत को नमन किया। उन्होंने क्षेत्रीय विधायक आराधना मिश्रा मोना की ओर से शहीद के पार्थिव शरीर पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। वह नई दिल्ली के अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों को निरस्त कर पहुंचे थे। उन्होंने बेलहा में शहीद द्वार व शहीद स्मारक के निर्माण की घोषणा की।
क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी को दिया था प्रशिक्षण
वारंट अफसर रामकुमार तिवारी बहुत ही होनहार थे। उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को भी प्रशिक्षण दिया था। महेंद्र सिंह धोनी के साथ प्रशिक्षण की फोटो भी उनके फेसबुक अकाउंट पर अपलोड मिली। प्रधानमंत्री की ओर से भी बेहतर सेवा के लिए बलिदानी रामकुमार को सम्मान पत्र भेजा गया था। बड़े भाई विनय कुमार तिवारी ऑस्ट्रेलिया में नौकरी करते हैं। बलिदानी रामकुमार तिवारी व छोटा भाई श्याम कुमार तिवारी जुड़वा थे। श्याम कुमार ने बताया कि वह अपने भाई से कहते थे कि इतनी ऊंचाई से कूदने में बहुत खतरा है, घर परिवार की जिम्मेदारी है, इन सबको करने में आपको डर नहीं लगता। तब शहीद रामकुमार उनसे कहते थे कि अगर डरेंगे तो देश की सेवा कौन करेगा?
दो माह में दो प्रशिक्षक गंवाए, जांच शुरू
वायुसेना ट्रेनिंग स्कूल के दो प्रशिक्षकों की दो माह में मौत होने से बड़ा झटका लगा है। आकाश गंगा टीम के सदस्य रामकुमार तिवारी की प्रशिक्षण के दौरान पैराशूट खुलने के बाद आई खामी के कारण सफल लैंडिंग नहीं हो सकी। इसके पहले जूनियर वारंट अफसर मंजूनाथ को भी गवां चुके हैं। वह भी प्रशिक्षक थे। वायु सेना ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है। रामकुमार तिवारी ने शनिवार को सुबह एनएसजी कमांडोज के साथ हेलीकॉप्टर से हाई जंप लगाई थी, लेकिन जमीन से करीब 100 फीट की ऊंचाई पर अचानक पैराशूट में खराबी आ गई। इसके बाद वह सिर के बाल जमीन पर आ गिरे थे।