
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव।
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बसपा अध्यक्ष मायावती पर भाजपा विधायक द्वारा अभद्र टिप्पणी किए जाने की समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने निंदा की है। उन्होंने कहा कि भाजपा विधायक द्वारा पूर्व महिला मुख्यमंत्री के बारे में कहे गये अभद्र शब्द दर्शाते हैं कि भाजपाइयों के मन में महिलाओं, खासतौर से वंचित-शोषित समाज से आने वालों के प्रति कितनी कटुता भरी है।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक मतभेद अपनी जगह होते हैं, लेकिन एक महिला के रूप में उनका मान-सम्मान खंडित करने का किसी को भी अधिकार नहीं है। भाजपाई कह रहे हैं कि उन्हें मुख्यमंत्री बनाकर हमने गलती की थी। ये भी लोकतांत्रिक देश में जनमत का अपमान है। बिना किसी आधार के ये आरोप लगाना कि वो सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री थीं, बेहद आपत्तिजनक है। भाजपा के विधायक के ऊपर सार्वजनिक रूप से दिये गये इस वक्तव्य के लिए मानहानि का मुकदमा होना चाहिए। भाजपा ऐसे विधायकों को प्रश्रय देकर महिलाओं के मान-सम्मान को गहरी ठेस पहुंचा रही है। अगर ऐसे लोगों के खिलाफ भाजपा तुरंत अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं करती है तो मान लेना चाहिए कि ये किसी एक विधायक का व्यक्तिगत विचार नहीं है, बल्कि पूरी भाजपा का है।
गेस्ट हाउस कांड याद है तो माफी मांग लें : केशव
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव पर पलटवार करते हुए कहा कि अगर उन्हें गेस्ट हाउस कांड याद है तो पहले उसके लिए माफी मांग लें। उन्होंने कहा कि मायावती यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री और देश की वरिष्ठ नेता हैं। सैद्धांतिक तौर पर भाजपा सभी विपक्षी नेताओं का सम्मान करती है। सपा का इतिहास ओबीसी, एससी-एसटी समाज के धुर विरोधी होने का है।