समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव के दिल्ली में संसद भवन के पास स्थित मस्जिद में कथित तौर पर बैठक करने पर भाजपा ने सवाल उठाए हैं। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा ने गंभीर आरोप लगाए हैं। साथ ही कहा कि अखिलेश ने मस्जिद को सपा का दफ्तर बना दिया, जिसपर अब समाजवादी पार्टी के मुखिया ने जवाब दिया है। अखिलेश यादव के जवाब पर यूपी की डिप्टी सीएम ने पलटवार किया है।
दिल्ली में संसद मार्ग स्थित एक मस्जिद के अंदर कथित तौर पर हुई बैठक पर अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि आस्था जोड़ती है और जो आस्था जोड़ने का काम करती है हम उसके साथ हैं। भाजपा को यही तकलीफ है कि कोई जुड़े नहीं। भाजपा लोगों में दूरियां देखना चाहती है।
भाजपा चाहती है कि लोग एकजुट न होकर बंटे रहें। हमारी सभी धर्मों में आस्था है। भाजपा को तकलीफ है तो हम क्या करें। भाजपा को आप सब जानते हैं, भाजपा का हथियार ही धर्म है।
#WATCH | Delhi | On his meeting held allegedly inside a mosque on Parliament Street, Samajwadi Party MP Akhilesh Yadav says, “…Faith connects…However, the BJP wants people to stay divided, not united. We have faith in all faiths…BJP’s tool is religion…” pic.twitter.com/QG6yQg9Srk
— ANI (@ANI) July 23, 2025
वहीं, अखिलेश यादव द्वारा कथित तौर पर मस्जिद के अंदर बैठक करने पर समाजवादी पार्टी के सांसद राजीव राय ने कहा कि “क्या अब हमें मंदिर और मस्जिद जाने के लिए भाजपा से लाइसेंस लेना होगा?…”