
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव।
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सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को पूर्व विधायकों व सांसदों की बैठक में अपनी रणनीति समझाई। उन्होंने कहा कि मंदिर मुद्दे पर बोलकर समाजवादी भाजपा के पिच पर न खेलें। इसके बजाय बेरोजगारी, महंगाई, अग्निवीर, कानून-व्यवस्था और किसानों की समस्याओं पर सरकार को घेरने में कोई कोर-कसर न छोड़ें। इस बार मतदाता सूची में किसी तरह की गड़बड़ी न होने दें। कहीं किसी समर्थक का वोट कटा दिखे तो तत्काल उसे जुड़वाने के लिए वैधानिक प्रक्रिया शुरू करें।
प्रदेश पार्टी मुख्यालय पर शनिवार को हुई इस बैठक में अखिलेश ने इटावा में समाजवादियों की ओर से बनाए जा रहे केदारेश्वर महादेव मंदिर का वीडियो भी जारी किया। अखिलेश ने कहा कि हम सभी की अपने-अपने धर्म में आस्था है, लेकिन हम लोग इसको प्रचारित नहीं करते हैं। केदारेश्वर महादेव मंदिर पिछले करीब डेढ़ साल से बन रहा है। शीघ्र ही इसका काम पूरा हो जाएगा।
बैठक में उन्होंने 26 जनवरी के संविधान कार्यक्रम को सफल बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सभी वरिष्ठ समाजवादी नेता चुनाव प्रचार में जुटें। उनके जुटने से कार्यकर्ताओं के बीच आपसी मतभेद कम होंगे, जिसका लाभ पार्टी को मिलेगा।
भारत जोड़ो यात्रा पर हमले की अखिलेश ने की निंदा
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक्स के जरिये कहा कि लोकतांत्रिक भारत जोड़ो यात्रा पर भाजपा शासित राज्य असम में हुआ हमला बेहद निंदनीय है। हर तरह से हारती भाजपा अब पूरी तरह से निराश हो चुकी है, तभी हिंसा पर उतारू है। हिंसा मानसिक हताशा का भौतिक रूप होती है।
मायावती के खिलाफ न दें बयान
सूत्रों के मुताबिक, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बसपा प्रमुख मायावती के खिलाफ बयान न देने की नसीहत भी अपने नेताओं को दी।