
मोहनलाल गौतम महिला अस्पताल में डॉक्टर की लापरवाही को लेकर सीएमएस के कार्यालय में हंगामा करते भाजपा प
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प्रसव के दौरान गर्भवती महिला की नवजात बच्ची की 20 नवंबर को मोहनलाल गौतम महिला अस्पताल में मौत हो गई। इसे लेकर अस्पताल में बखेड़ा हो गया। महिला के परिवार के समर्थन में आए भाजपाइयों ने हंगामा किया। ऑपरेशन करने वाली डॉक्टर पर खिसियाहट में इरादतन नवजात की हत्या का आरोप मढ़ दिया। दोपहर में घंटों चले हंगामे को किसी तरह अस्पताल की सीएमएस व पुलिस ने शांत कराया। मामले में डॉक्टर के खिलाफ लिखित तहरीर दी गई है। जिस पर जांच शुरू कर दी गई है।
हुआ यूं कि नगला मसानी पारो वाली गली के राहुल माहौर अपनी नौ माह की गर्भवती पत्नी कुमकुम को प्रसव के लिए सुबह साढ़े पांच बजे मोहनलाल गौतम महिला अस्पताल पहुंचे। यहां इमरजेंसी में मौजूद स्टाफ से उपचार के लिए कहा तो उन्होंने जांच की बात कह दी। महिला को काफी दर्द हो रहा था। इस पर उन्होंने जांच कराई। इसके बाद फिर प्रसव के लिए अनुरोध किया। मगर कह दिया गया कि डॉक्टर साढ़े आठ बजे आएंगी, तभी कुछ हो पाएगा।
काफी इंतजार के बाद डा.चंचल वार्ष्णेय वहां पहुंचीं। उनसे मरीज को देखने के लिए कहा तो उन्होंने जवाब दे दिया कि अगर ज्यादा जल्दी है तो प्राइवेट अस्पताल में जाकर दिखा लो। पहले रिपोर्ट लेकर आएं। फिर नौ बजे रिपोर्ट भी लाकर दे दी। इसके बाद एचआईवी रिपोर्ट होने के बावजूद उसकी रिपोर्ट को लेकर डांट फटकार शुरू कर दी। इस पर राहुल ने सीएमएस से शिकायत कर दी। सीएमएस ने डॉक्टर को फोन कर दिया। आरोप है कि इसी बात पर डाक्टर खिसिया गईं और यह कहते हुए कुमकुम को ऑपरेशन थियेटर में ले गईं कि तू बहुत नेतागिरी कर रहा है। आज तुझे ही देखती हूं। इस दौरान कई कागजों पर हस्ताक्षर करा लिए और दोपहर करीब साढ़े बारह बजे मृत बच्ची पैदा हुई।