Vice Chancellor not sweat on the tears of retired teacher

राजा महेंद्र प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी अलीगढ़
– फोटो : अमर उजाला

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उच्च शिक्षा विभाग के आदेश के बाद भी सेवानिवृत्त शिक्षिका डॉ. मीता कौशल की प्रोन्नति नहीं हो सकी। शिक्षिका कई दिन से राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय अलीगढ़ के कुलपति कार्यालय का चक्कर काट रही थी। डॉ. मीता कौशल, हाथरस के श्रीरामेश्वर दास अग्रवाल कन्या डिग्री कॉलेज में एसोसिएट प्रोफेसर संगीत के पद से 30 जून 2022 को सेवानिवृत्त हो गई थीं। प्रोफेसर पद पर उनकी प्रोन्नति होनी थी। 

डॉ. मीता ने बताया कि प्रोन्नति को लेकर कुलपति से बात की, जिस पर उन्होंने सेवानिवृत्त होने के संदर्भ में उनसे शिक्षा विभाग से दिशा-निर्देश लाने के लिए कहा। उच्च शिक्षा विभाग में पत्राचार किया। विभाग से उनके पक्ष में जवाब आ गया। विभाग की ओर से कुलसचिव आरएमपीयू को भेजे गए पत्र में टीकाराम कन्या महाविद्यालय में प्रोफेसर पदोन्नति के लिए प्रत्यावेदन की स्क्रीनिंग कमेटी के समक्ष प्रस्तुत होने के लिए उन्हें योग्य बताया गया। फिर भी उन्हें प्रत्यावेदन प्रस्तुत करने के लिए कुलपति ने अनुमति नहीं प्रदान की। बकौल शिक्षिका लगातार कुलपति से अनुरोध किया, लेकिन उन्होंने एक भी नहीं सुनी। प्रत्यावेदन न लिए जाने पर वह रोने लगीं। इस बारे में कुलपति से उनका पक्ष जानने के लिए फोन किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।

सात शिक्षिकाओं का प्रोफेसर पद पर प्रोन्नति

टीकाराम कन्या महाविद्यालय में सीएएस के तहत लेवल-13 ए से 14 पर सात एसोसिएट प्रोफेसर की प्रोफेसर पद पर प्रोन्नति हुई। प्रोन्नति के लिए शासन और विश्वविद्यालय की ओर से समिति के सदस्य और विषय विशेषज्ञों ने एसोसिएट प्रोफेसर की प्रोफेसर पद पर प्रोन्नति करने की संस्तुति प्रदान की। संगीत विभाग से डॉ. प्रभा वार्ष्णेय, डॉ. स्मृति कौशिक, रसायन विज्ञान विभाग से डॉ. संगीता कुमार, शिक्षा शास्त्र विभाग से डॉ. सीमा कौशिक, मनोविज्ञान विभाग से डॉ. प्रतिमा श्रीवास्तव, संस्कृत विभाग से डॉ. सुमन रघुवंशी, जंतु विज्ञान विभाग से डॉ. अर्चना बंसल एसोसिएट प्रोफेसर से प्रोफेसर पद पर प्रोन्नति हुई।



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