
मास्टर प्लान 2021 का मानचित्र
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चौबीस साल बाद भी अलीगढ़ शहर में प्रस्तावित रिंग रोड कागजों से जमीन पर नहीं उतर सका है। लगातार इसको लेकर चर्चा और बैठकें तो हुईं, लेकिन सड़क नहीं बन सकी। सिस्टम की सुस्ती का आलम ये है कि एनएचएआई, पीडब्ल्यूडी, नगर निगम या अलीगढ़ विकास प्राधिकरण के अफसर ये तक नहीं बता पा रहे हैं कि इसका निर्माण कौन और कब करेगा। यही नहीं अब तक इसका पूरा नक्शा तक नहीं बन सका है।
बीती 30 नवंबर को लखनऊ में हुई बैठक में शासन ने अलीगढ़ में रिंगरोड बनाने का निर्देश दिया है। शासन का निर्देश है तो यकीनन इसकी कवायद भी जल्द शुरू होगी, लेकिन बीते 24 साल में शहर में लागू दो मास्टर प्लान में रिंगरोड की कार्ययोजना तक पूरी नहीं बनी है। अब सवाल ये है कि सबसे पहले प्रस्तावित रिंग रोड का क्या हुआ। अलीगढ़ विकास प्राधिकरण के मास्टर प्लान 2001-21 में प्रस्तावित पहला रिंगरोड जो अब शहर की घनी आबादी में आ चुका है।
यह रिंग रोड अलीगढ़-कानपुर जीटी रोड पर पनैठी से शुरू होकर-ओजोन सिटी रोड-रामघाट रोड-पंचशील कॉलोनी रोड-अनूपशहर रोड-अलीगढ़-गाजियाबाद जीटी रोड-मथुरा बाईपास रोड से होकर गुजरना था। लेकिन ओजोन सिटी रोड, मथुरा रोड बाईपास को छोड़ कर आगे कोई सड़क नहीं बनी। ओजोन सिटी रोड और मथुरा बाईपास रोड भी आज तक सिंगल ही हैं। अब ये दोनों सड़कें घनी आबादी के बीच से गुजरती हैं। इसलिए भविष्य की जरूरतों और तेजी से बढ़ते वाहनों को देखते हुए इसे रिंग रोड नहीं बनाया जा सकता। यह प्रोजेक्ट 24 साल बाद भी आज तक अधूरा है।