Along with the formulation of standards, the responsibility of their compliance also rests with the BIS.

सुधीर बिश्नोई वरिष्ठ निदेशक एवं प्रमुख, भारतीय मानक ब्यूरो
– फोटो : amar ujala

भारतीय मानक ब्यूरो के तत्वाधान में आयोजित प्रेस मीट का आयोजन मंगलवार को एक होटल में विभूति खण्ड, गोमती नगर में किया गया। इस अवसर पर सुधीर बिश्नोई वरिष्ठ निदेशक एवं प्रमुख, भारतीय मानक ब्यूरो, लखनऊ ने भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा संचालित बी आई एस प्रमाणीकरण योजना के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होने बताया कि एक राष्ट्रीय निकाय होने के कारण भारतीय मानक ब्यूरो की नैतिक जिम्मेदारी है कि वह मानकों के निर्माण के साथ साथ उनका अनुपालन भी सुनिश्चित करे । ब्यूरो द्वारा अब तक 20000 से ज्यादा मानको का निर्माण किया जा चुका है।

ये प्रमाणीकरण योजना अनिवार्य एवं स्वैच्छिक प्रकृति की है। कुछ उत्पाद जो स्वास्थ एवं सुरक्षा की दृष्टि से अनिवार्य प्रमाणीकरण योजना के अंतर्गत आते हें जैसे प्रेशर कुकर, गैस चूल्हा, सीमेंट,  पानी, आदि इनके साथ साथ अभी हाल ही में प्लाईवुड एवं घरेलू उपयोग में आने वाले 85 बिजली के उत्पादों को अनिवार्य प्रमाणीकरण योजना में लाया गया है जैसे, वैक्यूम क्लीनर, हेयर ड्रायर, इलैकिटक केतली, काफी मेकर,  कुकिंग रेज, इलैकिट्रक शेवर्स आदि जिन्हें आई एस आई मार्क के बिना बनाया नहीं जा सकता है। एवं शेष उत्पाद स्वैच्छिक प्रमाणीकरण योजना के अन्तर्गत आते हैं।

प्रमाणीकरण के  माध्यम से विभिन्न उदयोगो को एक सुनिश्चित प्रक्रिया के तहत लाइसेंस प्रदान किया जाता है तथा समय समय पर उनके यहां निरीक्षण एवं बाजारी नमूनों को बाजार से खरीदकर रिकगनाइज्ड लैब में जांच करायी जाती है । एवं यह सुनिश्चित किया जाता है कि उपभोक्ता को उच्च गुणवत्ता का उत्पाद प्राप्त हो। इसी के साथ वर्तमान में ब्यूरो की हालमार्किंग योजना के माध्यम से स्वर्ण आभूषणों पर हालमार्क लगाया जाता है। यदि ग्राहक सावधानी पूर्वक हालमार्क आभूषण खरीदता है तो वह अपने पूरे मूल्य का सोना प्राप्त कर सकता है एवं किसी भी प्रकार की ठगी से बच सकता है।

भारतीय मानक ब्यूरो ने डिजटलाइजेशन के इस दौर में उपभोक्ताओं के लिए बी आई एस केयर एप जिसे प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है के बारे में बताया। इस एप पर ग्राहक कोई भी आई एस आई मार्क उत्पाद या हालमार्क उत्पाद खरीदते समय ये चैक कर सकता है कि उसके द्वारा खरीदा जाने वाला उत्पाद सही है।  साथ ही इसी एप पर ग्राहक किसी भी प्रमाणित उत्पाद को अधोमानक पाये जाने पर शिकायत भी कर सकता है। 

बिश्नोई ने बताया कि भारतीय मानक ब्यूरो उदयोगों को लाइसेंस के माध्यम से रेगुलेट तो करता ही है साथ ही वह उपभोक्ताओं को जागरूक एवं जानकार बनाकर उन्हें सशक्त बनाये जाने के लिए भी संकल्पबद् है। इसी उपभोक्ता जागरूकता मिशन के तहत उत्तर प्रदेश के 45 जिलो में अब तक  41000 से ज्यादा ग्राम पंचायतो में प्रधानों एवं सचिवों को संवेदीकरण कार्यक्रमो  के माध्यम से सक्षम बनाया जा रहा है ताकि ग्रामीण स्तर पर होने वाले निर्माण कार्यों की गुणवत्ता को वे परख सके। साथ ही विभिन्न इंटर कालेजो, पालीटैक्निकों, इंजीनियरिंग संस्थानों में भी  छात्रों एवं छात्राओं को मानक क्लब बनाकर अधिक जानकार एवं मानकों के प्रति आरम्भ से ही शिक्षित करने की मुहिम के चलते अब तक उत्तर प्रदेश में ऐसे 300 से ज्यादा मानक क्लब बनाये जा चुके हैा

उन्होने यह भी बताया  ब्यूरो राज्य स्तरीय समिति की बैठकों के माध्यम से विभिन्न राजकीय विभागों के साथ मानकों के अनुपालन में आने वाली बाधाओ एवं उनके निराकरण के लिए भी सक्रिय रहता है। विभिन्न एन जी ओ एवं स्वयं सेवी संगठनों के माध्यम से घर घर एवं गांव गांव तक हर नागरिक तक मानको के प्रति रूचि एवं सूचना पहुंचाकर उपभोक्ता सशक्तिकरण में रत है क्योंकि देश के निर्माण एवं विकास में एक जागरूक उपभोक्ता महत्वपूर्ण भूमिका निर्वाह करता है। 

स्टैण्डर्ड कान्कलेव के माध्यम से विभिन्न उदयोग संगठनों के साथ मिलकर विशेष कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। समय समय पर लाइसेंसियों के साथ बैठक करके उनके कार्यो में आने वाली समस्याओं एवं समाधान पर भी विमर्श किया जाता है। इसके अतिरिक्त होडिंग, एल ई डी डिप्ले, रेडियो  टी वी, रेलवे स्टेशनों, समाचार पत्रों, नुक्कड नाटकों, ज्वैलर्स जागरूकता कार्यक्रमों, उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रमों आदि के माध्यम से भी ब्यूरो समाज के हर ग्रामीण एवं शहरी उपभोक्ता को जागरूक एवं सशक्त बनाने के लिए निरंतर कृतसंकल्प है। पिछले कुछ वर्षो से विश्व के संसाधनों को सुरक्षित एवं संरक्षित करने में एवं आइ एस ओ द्वारा सस्टेनेबल डवलपमेंट गोल्स को अचीव करने में उद्योगों के द्वारा किये जा रहे प्रयासों की चर्चा की एवं मानकीकरण के माध्यम से प्राकृतिक संसाधनों के दुरूपयोग को रोकने एवं संसाधनों के संरक्षण की संभावनाओ पर भी चर्चा की। 

बिश्नोई  ने पत्रकारों द्वारा पूछे गये सवालो का जवाब दिया एवं सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स एस डी जी 9 के  लक्ष्य को प्राप्त करने एवं गुणवत्ता मिशन को सफल बनाने के लिए समाज के हर नागरिक तक जानकारी पहुंचाने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की उन्होंने कहा जागरूक उपभोक्ता सशक्त उपभोक्ता के लक्ष्य को प्राप्त करने  मीडिया के विशेष सहयोग की आवश्यकता है।



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