मेधा के उत्सव में मिले पदक ने कामयाब चेहरों की चमक और बढ़ा दी। उनको मंच पर बुलाया गया तो दीर्घा तालियों से गूंज उठी। प्रशस्तिपत्र मिला तो मेधावी मुस्करा उठे। अतिथियों ने उनका हौसला बढ़ाया। साथ ही, उनको भविष्य की चुनौतियों के प्रति आगाह करते हुए लक्ष्य निर्धारित कर सही दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
बरेली के स्मार्ट सिटी ऑडिटोरियम में बुधवार को आयोजित अमर उजाला भविष्य ज्योति सम्मान समारोह में सीबीएसई और आईसीएसई से संबद्ध 70 स्कूलों के सात सौ से ज्यादा मेधावियों को सम्मानित किया गया। मेडल और प्रशस्तिपत्र हासिल कर मेधावियों के साथ वहां मौजूद उनके अभिभावक और शिक्षक भी उत्साहित दिखे। सबने सेल्फी ली और उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर तारीफें बटोरीं। कार्यक्रम का संचालन वीके मिश्रा ने किया। इस दौरान बीडीए सचिव योगेंद्र कुमार, मंडलीय क्रीड़ा सचिव नईम अहमद, डीआईओएस डॉ. अजित कुमार, फ्यूचर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो. पंकज कुमार मिश्रा, राजश्री ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के निदेशक डॉ. पंकज शर्मा मौजूद रहे। विमल मिश्रा, सुनील मानव, हिना रिजवी, अविनाश सक्सेना, दिनेश कुमार, स्वाति सक्सेना, सदब का सहयोग रहा।
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डीएम अविनाश सिंह
– फोटो : अमर उजाला
समर्पण से मिलेगी सफलता- डीएम
मुख्य अतिथि जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने कहा कि अच्छे अंक हासिल करना अथक परिश्रम का परिणाम है। अब लक्ष्य निर्धारित कर समर्पण की भावना से कड़ी मेहनत करें तो आगे की राह भी आसान होगी। विद्यार्थियों की कामयाबी में उनके परिजन और शिक्षकों की अहम भूमिका होती है। उनके बताए मार्ग का अनुसरण करेंगे तो सफलता जरूर मिलेगी। बताया कि वह क्रिकेटर बनना चाहते थे, पर परिस्थितियां ऐसी बनीं कि सिविल सेवा में आना पड़ा। सफलता के लिए प्रोत्साहन जरूरी है। इससे और बेहतर करने की प्रेरणा मिलती है। अमर उजाला भविष्य ज्योति सम्मान समारोह मेधावियों के मनोबल को बढ़ाने वाला है।
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एसएसपी अनुराग आर्य
– फोटो : अमर उजाला
अच्छा इंसान बनना जरूरी- एसएसपी
एसएसपी अनुराग आर्य ने कहा कि प्रत्येक विद्यार्थी को अपना मूल्य स्वयं तय करना चाहिए। सफलता हासिल करने के लिए जितना प्रयास अभी कर रहे हैं, उसे और बढ़ाएं। ताकि परिवार, जिला, राज्य, राष्ट्र के विकास में सकारात्मक योगदान दे सकें। ध्यान रखें कि पढ़ाई, कॅरिअर समेत श्रेष्ठ नागरिक बनना भी जरूरी है। बताया कि वह कभी टॉपर नहीं रहे, पर अपना लक्ष्य हासिल करने के लिए परिश्रम किया। खुद से पहले सेवा को महत्व दिया। अमर उजाला से मिला सम्मान विद्यार्थियों के परिश्रम को प्रोत्साहित करने वाला है। इससे विद्यार्थियों को भविष्य में और बेहतर करने की प्रेरणा मिलेगी।
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एसपी साउथ के साथ सेल्फी लेते विद्यार्थी
– फोटो : अमर उजाला
असमंजस में न रहें- एसपी साउथ
एसपी साउथ अंशिका वर्मा ने कहा कि लक्ष्य को लेकर असमंजस में न रहें। इंटरमीडिएट तक अगर लक्ष्य तय हो जाए तो उसे हासिल करना आसान होता है। लक्ष्य तय होते ही आधी जंग फतह हो जाती है। बाकी रास्ता प्रबंधन और परिश्रम से तय होता है। बताया कि उन्हें भी पहली बार में सफलता नहीं मिली थी। इससे निराश हुए बिना जो कमियां थीं, उन्हें चिह्नित कर दूर करने की कोशिश की। इसके बाद मनचाहा मुकाम हासिल किया। टॉपर बनना अच्छी बात है, लेकिन इससे आगे का सफर तय करने के लिए कड़ी मेहनत की जरूरत है। लक्ष्य तय कर ईमानदारी से प्रयास करते रहें, कामयाबी जरूर मिलेगी।
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अमर उजाला भविष्य ज्योति सम्मान समारोह
– फोटो : अमर उजाला
दूसरे विद्यार्थियों को भी मिलती है प्रेरणा- बीडीए सचिव
बीडीए सचिव योगेंद्र कुमार ने बताया कि अमर उजाला की ओर से न केवल मेधावियों को सम्मानित किया है, बल्कि दूसरे बच्चों को भी ऐसे ही परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए प्रेरणा दी जा रही है। इस पहल के लिए मैं अमर उजाला को धन्यवाद देता हूं। अपने जीवन में बेहतर मुकाम हासिल करने वाले अतिथियों से विद्यार्थियों को नया सीखने का मौका मिला। असमंजस की धुंध छंटी होगी और उनके भविष्य की राह भी साफ हुई होगी। मैं चाहता हूं की ऐसे आयोजन सभी को कराने चाहिए, क्योंकि सम्मानित होने के बाद विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ता है और उन्हें भविष्य में और बेहतर करने की सीख भी मिलती है।