मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लोकतंत्र की सशक्त आवाज और सबसे बड़ी ताकत संवाद है। कठिन से कठिन समस्या के समाधान का माध्यम संवाद है। जहां संवाद बाधित होता है, वहीं से संघर्ष के रास्ते शुरू होते हैं। उन्होंने कहा कि भारत का लोकतंत्र इतना सशक्त है कि उसने अपने सभी स्तम्भों के लिए लक्ष्मण रेखाएं तय की हैं। विधायिका को क्या काम करना है। कार्यपालिका की सीमाएं क्या हैं। न्यायपालिका की रचनात्मक भूमिका कैसे आगे बढ़ सकती है। मीडिया भी किस रूप में अपनी जीवंत उपस्थिति के माध्यम से आम नागरिक को अपने साथ जोड़ सकता है। ये चारों स्तंभ अपनी लक्ष्मण रेखा का पालन करते हुए जब भी काम करेंगे, तो वे लोकतंत्र और मजबूत करेंगे। मुख्यमंत्री बृहस्पतिवार को अमर उजाला संवाद : उत्तर प्रदेश स्वर्णिम शताब्दी की ओर के उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि अपनी बात रख रहे थे।
सीएम ने अपनी सरकार में हुए राज्य के विकास, बुनियादी ढांचे और माफिया मुक्त शासन की उपलब्धियां गिनाईं। साथ ही पिछली सरकारों पर प्रदेश में भ्रष्टाचार, जातिवाद और माफियावाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। मुख्यमंत्री ने अमर उजाला को लोकतंत्र के मजबूत स्तंभ के रूप में शानदार 77 वर्षों की यात्रा के लिए बधाई दी। अमर उजाला परिवार के प्रबंध निदेशक तन्मय महेश्वरी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वह इस कार्यक्रम के जरिये लोकतंत्र को मजबूत करने का काम कर रहे हैं।
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उन्होंने कहा कि शासन की सभी प्रणालियों में लोकतंत्र को सबसे अच्छा इसलिए माना गया है कि हर व्यक्ति को बिना भेदभाव और समान अधिकार के साथ जीने की पूरी स्वतंत्रता होती है। हमें स्वतंत्रता मिली है और अधिकार मिले हैं तो उस अधिकार की सुरक्षा के लिए अपने कर्तव्यों को ईमानदारी से निभाना हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि हमेशा से कर्तव्य और अधिकारों के बीच द्धंद रहा है कि कौन भारी है और कौन ज्यादा ताकतवर है। अगर कर्तव्यों से जरा सा भी हटे तो सामने अस्तित्व का संकट खड़ा होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया के अंदर भारत 140 करोड़ नागरिकों के लोकतांत्रिक अधिकारों की सुरक्षा करते हुए सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में स्थापित हुआ है, इसमें चारों स्तम्भों का योगदान है।
सीएम ने कहा कि अमर उजाला परिवार ने संवाद का कार्यक्रम लखनऊ में किया, जो एतिहासिक और पौराणिक परंपरा से जुड़ा है। पूरे उत्तर प्रदेश का केंद्र बिंदु लखनऊ है। संवाद का ये कार्यक्रम प्रदेश के 25 करोड़ लोगों तक न केवल पहुंचेगा बल्कि 25 करोड़ लोगों की भावनाओं का प्रतिनिधित्व भी करेगा। सीएम ने कहा कि जो भी मंच पर आएगा, अपने विवेक से अपनी बात कहेगा। कोई बढ़ा चढ़ा कर भी अपनी बात पेश कर करेगा। इसे मापने का सबसे अच्छा पैमाना है कि देश के अंदर आपके प्रति पहले क्या धारणा थी और आज क्या है।
महाकुंभ में दुनिया ने देखा हमारा आतिथ्य सत्कार
महाकुंभ को लेकर कहा कि उत्तर प्रदेश लोगों का आतिथ्य सत्कार पूरे भारत और 100 से ज्यादा देशों के लोगों ने देखा। ये दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे लंबा चलने वाला धार्मिक आयोजन था। उन्होंने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ में पुलिस के व्यवहार और स्वच्छता की तारीफ सभी ने की। पुलिसकर्मियों ने 16-16 घंटे तक जनता की सेवा की। अलग-अलग विभागों ने पूरे समर्पण के साथ काम किया। उन्होंने कहा कि पूरे देश से 66 करोड़ श्रद्धालु आए। तमाम जनपदों से गुजरते हुए आए होंगे लेकिन न तो कहीं लूट की घटना हुई, न अपहरण की घटना हुई, न छेड़छाड़ की घटना हुई , न चोरी की घटना हुई….ये आतिथ्य सरकार का अद्भुत उदाहरण है। उन्होंने कहा कि ये वही यूपी था जब यहां बात-बात पर दंगे होते थे। व्यापारी घबराते थे कि पता नहीं कब दंगा हो जाए और सामान आग की भेंट चढ़ जाए। आज प्रदेश दंगामुक्त है। सभी पर्व शांति और भव्यता के साथ संपन्न होते हैं। ईद, दिवाली, क्रिसमस, गुरुपर्व, जगन्नाथ जी की झांकी हो या खाटू श्याम की यात्रा, उत्साह और उमंग के साथ निकलते हैं।
संवाद का मकसद देश व राज्य की प्रगति
अमर उजाला के प्रबंध निदेशक तन्मय माहेश्वरी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार जताया और कहा कि अमर उजाला संवाद की इस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए गर्व है। उन्होंने कहा कि ये आयोजन यूपी, दिल्ली, पंजाब, जम्मू, हरियाणा, हिमाचल और अन्य हिन्दीभाषी राज्यों में होता है। संवाद के जरिए देश और राज्य की प्रगति इसका मकसद है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रदेश प्रगति की नई ऊंचाई छू रहा है। प्रदेश के विकास में अहम भूमिका निभा रहा है। दस खरब डाॅलर अर्थव्यवस्था के लक्ष्य के साथ नए उत्तर प्रदेश की तरफ अग्रसर है।