05:50 PM, 27-Feb-2024
सवाल- अगले 25 वर्षों में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए क्या कदम उठेंगे?
जवाब- बेबी रानी मौर्य ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष पूरे हुए हैं और अमर उजाला के भी, आजादी के बाद से महिलाओं की स्तिथि में कल्पना के परे सुधार हुआ है। जिस तरह से प्रधानमंत्री महिलाओं और युवाओं और बच्चों, किसानों के काम कर रहे हैं आने वाले समय में और सुधार आएगा। आने वाले समय में महिलाएं जिस विभाग में आना चाहेंगी, उसमें कामयाब होंगी। आगे बढ़ती जाएंगी। हमारे बच्चों का भविष्य बहुत उज्जवल है।
05:45 PM, 27-Feb-2024
सवाल- आपके लोक जीवन या व्यक्तिगत जीवन में बोलने और करने में कोई अंतर है जो आपको महसूस हुआ
जवाब- मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने कहा कि जीवन में दिखावा नहीं होना चाहिए। हम उसी बात पर खरे उतरते हैं जब हम उसको साकार रूप में लाते हैं। जब हमको किसी की मदद करते हैं तो उसे प्रतिदिन के जीवन में लाना चाहिए, लेकिन हम अपनी आमदनी को बढ़ाने में लगे रहते हैं। प्रतिदिन एक अच्छा काम करने की हम कोशिश करते हैं। हर व्यक्ति के अंदर संस्कार है उसे जागृत करने करने की जरूरत है। बनावट के जीवन में कुछ भी नहीं है। कितना अच्छा खा लो, कितनी भी महंगी गाड़ी में घूम लो, लेकिन आंतरिक सुख किसी की मदद और सेवा करने में ही मिलता है।
05:12 PM, 27-Feb-2024
कोई चीज विरासत में नहीं मिली: मंत्री गुलाब देवी
माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार, गुलाब देवी ने कहा कि अब से 65 वर्ष पूर्व राजनीति की क्या स्थिति होगी उसका अंदाजा आप लगाइए। कोई चीज विरासत में नहीं मिली। मैं अपने माता पिता की इकलौती लड़की थी। मैंने भी सोचा मैं इतनी मेहनत करूं कि मेरे पिता को बेटे के न होने का एहसास न हो। फिर मैंने हायर एजूकेशन ली और इसी दौरान लोगों की सेवा करने का मन भाव में आया। भारतीय जनता पार्टी ने बहुत विश्वास दिखाया, मुझे आठ बार टिकट दिया गया। कभी जीती और कभी हारी लेकिन पार्टी ने मुझे कभी रुकने नहीं दिया। व्यक्ति के अंदर जब भावना प्रबल होती है तो वो कुछ भी कर सकता है। मैं यह आह्वान करती हूं आप जीवन की मैचिंग में नहीं बल्कि जीवन की सेटिंग में समय लगाइए।
05:08 PM, 27-Feb-2024
मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने एक वाकये को याद कर राजनीति में आने का बताया मकसद
मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने कहा कि एक बार हम वोट मांगने गए तो देखा एक गरीब महिला खाना बना रही है। हम वोट मांगने गए तो उस महिला ने कहां कि अभी का खाना बन रहा है शाम का पता नहीं। क्या आप हमारा राशन कार्ड बनवा देंगी। वो बात दिल के अंदर तक लग गई और उसके बाद सोच लिया कि ईमानदारी से राजनीति के काम को करना है और आज यहां पर हूं।
05:07 PM, 27-Feb-2024
महिलाओं के लिए राजनीति एक अच्छी जगह है: मंत्री प्रतिभा शुक्ला
महिला कल्याण एवं बाल विकास राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने कहा कि भले ही शरीर अलग हों पर स्त्री व पुरुष दोनों की आत्मा एक है। महिलाओं के लिए राजनीति एक अच्छी जगह है। अगर आप किसी की मदद करना चाहते हैं तो ये एक बहुत अच्छा क्षेत्र है। महिलाएं राजनीति में बहुत कुछ कर सकती हैं। 2007 में राजनीति में आई। इसके बाद हम राजनीति में अपने पति के साथ मैदान में उतरे।
04:58 PM, 27-Feb-2024
मंत्री बेबी रानी मौर्य ने अपने राजनीतिक जीवन को किया साझा
मंत्री बेबी रानी मौर्य ने कहा कि बहुत सारी महिलाएं हैं जो राजनीति में आने से डरती है। मैं संवाद के मंच से उन महिलाओं से कहना चाहती हूं, अगर अच्छी महिलाएं राजनीति में नहीं आएंगी तो राजनीति अच्छी कैसे बनेगी। जब मैं आगरा से मेयर बनी , 95 की बात है। घर में पिता जी राजनीति में थे, मुझे लगता था एक बार चुनाव लड़ना है। लेकिन फिर शादी हो गई। लेकिन जब बच्चे बड़े हो गए और मैंने अपने ससुराल वालों के सामने चुनाव लड़ने की इच्छा जताई। उन्होंने अनुमति दे दी और आज मैं यहां हूं। अगर उन्होंने अनुमति नहीं दी होती तो आज बेबी रानी मौर्य यहां बैठी है। हां, महिलाओं के लिए राजनीति कठिन है लेकिन हमें इसे बहेतर करना है। मैंने आगरा में मेयर की जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी से निभाई। भारतीय जनता पार्टी एक ऐसी पार्टी है जहां महिलाओं का बहुत सम्मान है। अगर आप अपने काम को अच्छे से करते है तो आपको सफलता जरूर मिलेगी।
04:57 PM, 27-Feb-2024
राजनीति में सफल होने के लिए लक्ष्य होना चाहिए: मंत्री रजनी तिवारी
प्रदेश की उच्च शिक्षा मंत्री रजनी तिवारी ने कहा कि राजनीति में सफल होने के लिए लक्ष्य होना चाहिए और जज्बा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि लगातार हर बार चुनाव जीता और काम करके दिखाया। यही कारण है कि 2012, 2017 और 2022 का चुनाव जीता। 2007 में मेरे पति विधायक बने और उसी वर्ष उनका निधन हो गया। इसके बाद चुनाव आया और मैं जीत गई। उसके बाद चुनाव आया तो लगा कि पहला तो सिमपेथी में जीत गई। इसके बाद जब तीसरा चुनाव आया तो मैंने सोचा खुद को साबित करना है और मैंने फिर चुनाव जीता। हमारा जज्बा हमें लक्ष्य तक पहुंचा दिया। हमारे जीवन में लक्ष्य बहुत आवश्यक है।
04:54 PM, 27-Feb-2024
पहले महिलाओं को उतने मौके नहीं मिलते थे जितने अब मिल रहे: मंत्री लक्ष्मी गौतम
ग्राम्य विकास राज्यमंत्री लक्ष्मी गौतम ने सबसे पहले अमर उजाला का धन्यवाद कि हमें यहां बुलाया और बोलने का मौका दिया। मैं काफी समय से राजनीति कर रही हूं, पहले महिलाओं का मंच पर बैठना एक बड़ा काम होता था। हमारा पारिवारिक परिवेश ऐसा था कि हम इस में उतर गए। हमारी पार्टी भाजपा ने साथ दिया और हमें राजनीति करने में दिक्कत नहीं हुई। पहले महिलाओं को उतने मौके नहीं मिलते थे अब जितने मिल रहे हैं। अब ग्रामीण महिलाएं भी घरों से निकल रही हैं और अच्छा काम कर रही हैं। हमारी माताएं, बहनें और बेटियां आज निकल रही है और बेहतर कर रही है। पहले बेटियों को लगता था कि घर पर रहना है लेकिन अब उन्हें लगता है कि वो हर क्षेत्र में काम कर सकती हैं।
04:52 PM, 27-Feb-2024
समाज में कठिनाइयां लड़कों के लिए भी हैं लड़कियों के लिए भी हैं: मंत्री लक्ष्मी गौतम
ग्राम्य विकास राज्यमंत्री लक्ष्मी गौतम ने कहा कि राजनीति करने में कठिनाई तो है पर संभल-संभल कर कदम बढ़ाती रहें। अब पूरी सरकार महिला सशक्तिकरण के लिए काम कर रही है। समाज में कठिनाइयां लड़कों के लिए भी हैं लड़कियों के लिए भी हैं।
04:51 PM, 27-Feb-2024
राजनीति में मेरे सास और ससुर ने हमेशा मदद की: मंत्री बेबी रानी
यूपी सरकार की मंत्री बेबी रानी मौर्य ने महिलाओं के राजनीति में आने पर कहा कि महिलाओं को राजनीति में भागीदारी करनी चाहिए। यह चुनौतीपूर्ण होता है पर मेरे सास और ससुर ने हमेशा मदद की है। कहा कि हमें बड़े सपने देखने चाहिए। महिलाएं राजनीति को बेहतर बना सकती हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा में महिलाओं का बहुत महत्व है।
04:48 PM, 27-Feb-2024
आपको जो जिम्मेदारी मिले उसे ईमानदारी से करना चाहिए: मंत्री बेबी रानी मौर्य
अमर उजाला संवाद के मंच पर योगी कैबिनेट में महिला एवं बाल विकास व पुष्टाहार मंत्री, बेबी रानी मौर्य ने कहा कि आपको जो जिम्मेदारी मिले उसे ईमानदारी से करना चाहिए। आप अपने काम को ईमानदारी से करते हैं तो ईश्वर आपको आशीर्वाद देता है। महिलाओं को राजनीति में भागीदारी करनी चाहिए।
04:40 PM, 27-Feb-2024
संवाद के मंच पर योगी कैबिनेट की पांच महिला मंत्री
यूपी सरकार की मंत्रियों ने छठें सत्र में महिला कल्याण एवं बाल विकास मंत्री बेबीरानी मौर्य, माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी, महिला कल्याण एवं बाल विकास राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला और ग्राम्य विकास राज्यमंत्री लक्ष्मी गौतम ने अपने अनुभव साझा किए।
04:34 PM, 27-Feb-2024
जया किशोरी ने भजन भी सुनाया
अंत में जया किशोरी ने भजन भी सुनाया। “मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है, मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है”, करते हो तुम कन्हैया, मेरा नाम हो रहा है। मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है। किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए, किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए, जुबां पर राधा-राधा नाम हो जाए, जुबां पर राधा-राधा नाम हो जाए। किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए।
04:30 PM, 27-Feb-2024
परीक्षाओं का वक्त है, माता-पिता चिंतित हैं। बच्चे निराशा में कदम उठा लेते हैं। ऐसे में वो क्या करें?
जया किशोरी ने कहा कि आध्यात्म आपको सिखाता है कि जो कुछ चल रहा है, वह स्थायी नहीं है। कुछ भी स्थायी नहीं है। आप जिस बात पर आज रो रहे हैं, 10 साल बाद आप उसी बात पर हंसेंगे। मैथ्स में जब मेरे नंबर कम आए, तब मैं परेशान थी। लेकिन आप अपनी जिंदगी में कुछ न कुछ कर लेते हैं। जब ये मान लेते हैं कि यही सब कुछ है, तब दिक्कत होती है। आध्यात्म सिखाता है कि ईश्वर के सिवाए कुछ भी सच नहीं है। ये ऊपर वाले की पिक्चर चल रही है। आप एक्टर हैं, आप अपना रोल अच्छे से निभाइए। काम ऐसे करें कि आंख मिलाने लायक रहें। हर व्यक्ति अपनी जिंदगी में कुछ न कुछ कर लेता है। आप किसी से तुलना करके बच्चे को उसके जैसा मत बनाइए। अगर आपका बच्चा मैथ्स में अच्छा है और इकोनॉमिक्स में खराब है तो इकोनॉमिक्स के बजाय मैथ्स की ही ट्यूशन लगाइए। जहां वह बेहतर है, वहां मेहनत कीजिए। जहां वह कमजोर है, वहां उससे बेवजह मेहनत मत करवाइए। मेरे माता-पिता ने मैथ्स की बजाय आध्यात्म की शिक्षा दी। उन्होंने कहा कि बस पास हो जाना। हमें यह नहीं चाहिए कि आप 100 में से 95 नंबर लेकर आइए। जहां बच्चे की दिलचस्पी है, वह काम उसे करने दीजिए। जहां दिलचस्पी नहीं है, वहां वह डिग्री तो ले लेगा कि काम नहीं कर पाएगा। जो काम देगा, वह कहेगा कि डिग्री अलग रखो, काम करके बताओ। कॉम्पीटिशन के चक्कर में बच्चे गलत रास्ते अपना लेते हैं। स्कूल में वह शायद चीटिंग करके आगे रह लेगा। जिंदगी में चीटिंग करेगा यानी गलत रास्ते पर जाएगा। उसे यह सिखाइए कि काम इतना कीजिए कि भले ही एक रोटी कम खाएं, लेकिन सुकून से नींद आए। याद रखें कि चोर अपनी परछाई से डरता है।
04:30 PM, 27-Feb-2024
कोरोना के दौर के बाद लोगों को उबरने में वक्त लगा। उनके लिए क्या कहना चाहेंगी?
जया किशोरी ने कहा कि निजी क्षति यानी मृत्यु, जिसके बारे में सबको पता है कि एक न एक दिन मृत्यु आएगी। जब हम किसी अपने को खोते हैं तो हमें भरपूर दुख होता है। यह कैसे हो गया, यह सोचकर हम दुखी होते हैं। हम क्यों सोचते हैं कि इतनी उम्र तो पक्की है। इसी वजह से आप अपने परिवार के साथ समय नहीं बिता पाते। हम कहते हैं कि ये सब हम परिवार के लिए ही तो कर रहे हैं। हम ये मानकर बैठते हैं कि पूरी जिंदगी हमारे पास है। भगवान जब बीच में अपना काम कर देते हैं तो हमारी सपनों की दुनिया टूट जाती है, तब आप उससे उबर नहीं पाते। श्रीकृष्ण कहते हैं कि कुछ परिस्थितियां सहने के लिए होती हैं, जैसे ऋतु चक्र। आप मौसम को हटा नहीं सकते। जिसे ठंड नहीं पसंद, वह गर्म कपड़े पहन सकता है, लेकिन मौसम को नहीं बदल सकता। परिवार सबसे महत्वपूर्ण होता है। फैमिली टाइम हमेशा रखें। काम वापस आ सकता है, पैसे दोबारा कमा सकते हैं, लेकिन अपने लौटकर नहीं आएंगे। जिंदगी में मुझे उतना तनाव कभी महसूस नहीं हुआ, जितना कोरोना के दौर में हुआ। मेरे माता-पिता मेरी ताकत और मेरी कमजोरी हैं। एक ही चीज है जो मुझे डरा सकती है, वो है मेरे माता-पिता। उनके साथ कुछ गलत न हो। बाकी मैं हर परिस्थिति का सामना न करूं।