
सांकेतिक तस्वीर
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लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि महत्वपूर्ण मार्गों पर एंबुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए और अस्पतालों से समन्वय रखा जाये, ताकि दुर्घटना के बाद घायलों को तत्काल इलाज मिल सके और उनका जीवन बचाया जा सके। लोक निर्माण विभाग में मंगलवार को सड़क सुरक्षा को लेकर आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला में उन्होंने अधिकारियों को ये निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगभग 34 प्रतिशत, राज्य राजमार्ग पर लगभग 29 प्रतिशत, एक्सप्रेसवे पर दो प्रतिशत एवं अन्य मार्गों पर 35 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। कहा कि ओवरस्पीड, ओवरलोडिंग, वाहन सुरक्षा उपकरणों का प्रयोग न करना, खराब रोड इंजीनियरिंग तथा दोषपूर्ण सड़क ही दुर्घटना के मुख्य कारण है। सड़क निर्माण में नवीनतम तकनीक का प्रयोग इसे रोका जा सकता है। कहा कि सड़कों की डिजाइन फाल्ट दुर्घटना का बड़ा कारण है। इसको दूर करने के लिए सभी अभियंताओं को हर माह प्रशिक्षण दिया जायए।
सड़क निर्माण के इस्टीमेट में सड़क सुरक्षा से संबंधित कंपोनेंट को शामिल करें। स्पीड ब्रेकर और मार्किंग की अच्छी व्यवस्था हो। सभी ब्लैक स्पॉट को चिह्नित करें और अवैध कट भी बंद करायें। लोनिवि के तकनीकी सलाहकार वीके सिंह ने सड़क सुरक्षा को लेकर किए जा रहे उपायों की जानकारी दी।
प्रमुख अभियंता वीके श्रीवास्तव ने बताया कि लोनिवि के मार्गों पर कुल 1365 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए हैं। इस अवसर पर प्रमुख अभियंता एके अग्रवाल, आईआईटी दिल्ली के प्रवीण कुमार समेत कई ने अपनी बातें रखीं।