Now digital record of every farm crop

डिजिटल क्राम कटिंग में मौजूद अ​धिकारी व कर्मचारी

इन्हौंना(अमेठी)। डिजिटल तकनीक की मदद से अब हर खेत की फसल का डिजिटल रिकार्ड सरकार के पास उपलब्ध रहेगा। फसलों की बोआई से लेकर उपज होने तक, अब मैन्युअल सर्वेक्षण की जगह डिजिटल क्राप सर्वे किया जाएगा। बोआई और उपज का सटीक आकलन करने के लिए हर खेत की फसल का सर्वे कराने की परियोजना शुरू की है। प्रत्येक खेत की उपज के सर्वे के लिए भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय नई दिल्ली की तरफ से डिजिटल क्राप सर्वे का कार्य तिलोई तहसील के सराय माधौ गांव से शुक्रवार को शुरू किया गया। इस प्रोजेक्ट के तहत यह पता चलेगा कि कौन-कौन सी फसल कितने रकबे में बोआई जा रही है, और इससे कितनी उपज हो रही है। कृषि एवं राजस्व तथा सांख्यिकी विभाग कर्मचारी इसका आकलन मैन्युअल तरीके से करके आंकड़े उपलब्ध कराते रहे हैं। यही सर्वे एक ऐप डिजिटल क्राप सर्वे के जरिए होगा।

डिजिटल क्राप सर्वे प्रोजेक्ट को लेकर राजस्व परिषद के उप भूमि व्यवस्था आयुक्त प्रमोद कुमार पांडेय ने बताया कि डिजिटल क्राप सर्वे से पूरी तरह से पारदर्शिता आएगी। किसान ने अपने किस गाटे में कौन सी फसल बोआई है, उपज कैसी है, सिंचाई का साधन क्या है सब डिजिटल खसरे में दर्ज हो जायेगा। इसका सही लाभ फसल बीमा, केसीसी बनवाने, उद्यान की फसलों में अनुदान प्राप्त करने में आसानी होगी।

एग्रीस्टैक के माध्यम से किए जा रहे डिजिटल क्राप सर्वे में प्रत्येक खेत का भौतिक सत्यापन कर संपूर्ण जानकारी के साथ खेत की फोटो उसी समय एप के माध्यम से अपलोड कर दी जाएगी। इसके साथ ही खेत में लगी फसल का नाम, प्रकार, श्रेणी, सिंचाई का विवरण, बुआई की तारीख, क्राप की फोटो, भूखंड का जीआईएस कोआर्डिनेटस, क्राप सर्वे की तिथि और समय आदि जरूरी जानकारियां एप पर दर्ज की जाएंगी। एडीएम एके सिंह ने बताया कि गांव में कुल 1118 गाटे हैं।

हर टीम में चार कर्मचारी

डिजिटल क्राप सर्वे के लिए 24 टीमें लगाई गई हैं। एक टीम में चार कर्मी हैं, जिसमें एक मास्टर ट्रेनर, एक सर्वेयर, एक लेखपाल व एक टीएसी शामिल हैं। बताया कि प्रत्येक तहसील से 5-5 राजस्व निरीक्षक व 1-1 नायब तहसीलदार तथा 18 ऐसे लेखपाल जो डिजिटल कार्यों की जानकारी रखते हैं उनको लगाया गया है। प्राथमिक विद्यालय में ग्रामीणों के साथ चौपाल में ग्रामीणों को योजना की जानकारी देते हुए सर्वे से जुड़े कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया।

इस दौरान भारत सरकार की टीम में सरिता त्रिमाली, डीके सिंह, संजय श्रीवास्तव, ओपी सिंह एसडीएम फाल्गुनी सिंह, उप निदेशक कृषि सत्येंद्र सिंह चौहान, जिला कृषि अधिकारी अखिलेश पांडेय, तहसीलदार पवन कुमार शर्मा के साथ ही नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक, लेखपाल व कृषि विभाग के कर्मी मौजूद रहे।



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