Waterlogging, lack of facilities in front of emergency

जिला अस्पताल परिसर के इंमरजेंसी के सामने से स्ट्रेचर से मरीज को ले जाते तीमारदार।

अमेठी। मंगलवार, वक्त दाेपहर के सवा दो बजे। असैदापुर स्थित जिला अस्पताल की इमरजेंसी के सामने बारिश का पानी भरा है। इससे होकर स्ट्रेचर पर एक मरीज को लेकर तीमारदार ले जा रहे थे। यह देखकर वहां पर मौजूद लोगों के मुंह से बरबस निकल पड़ा कि जब यहां का यह हाल है तो अन्य जगहों का क्या होगा। यही नहीं, जिला अस्पताल को आने वाले रास्ते पर जगह-जगह पानी भरा है।

स्वास्थ्य विभाग अन्य अस्पतालों की सूरत सुधारने के नाम पर कायाकल्प से लेकर अन्य कार्यक्रम संचालित करने का दावा कर रहा है। लोगों को जलभराव के बारे में जागरूक किया जा रहा है लेकिन, खुद ही इस समस्या से जूझ रहे हैं। मरीजों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। अपने पिता के साथ आए संग्रामपुर के राजन का कहना था कि सरकारी अफसरों को कम से कम यहां की व्यवस्था का हाल तो सुधारने के लिए प्रयास करना चाहिए। टीबी क्लीनिक व सीएचसी गौरीगंज के सामने जलभराव होने से मरीजों को परेशानी हो रही थी। सीएमएस डॉ. बीपी अग्रवाल का कहना है कि पंपिंग सेट लगाकर समस्या के निराकरण का प्रयास किया जा रहा है।

कीचड़ भरे रास्तों से गुजरने की मजबूरी

शहर के ओवरब्रिज के बगल से होकर जाने वाला मार्ग कीचड़ में तब्दील हो चुका है। इसमें लोग गिरकर चोटिल हो रहे हैं। यही हाल जीजीआइसी के बगल से सूचना विभाग को जाने वाली सड़क का भी है। जलभराव के बाद सड़कों पर कीचड़ ही कीचड़ फैल गया है।

जल निकासी के इंतजाम पर उठे सवाल

चार दिनों की बारिश ने पालिका के दावों की कलई खोलकर रख दी है। कभी कोतवाली में बारिश का पानी जमा हो जा रहा है तो कभी सीएमओ दफ्तर में। स्थानीय लोगों का कहना है कि नालियों की सफाई सही तरीके से नहीं कराई गई है। गौरीगंज-सुल्तानपुर मार्ग स्थित वार्ड संख्या 24 चंदीचरण का पुरवा में नाली नहीं बने होने से सड़क पर पानी एकत्र हो रहा है। नगर पालिका अध्यक्ष के प्रतिनिधि दीपक सिंह पचेहरी का कहना है कि नालों के निर्माण को लेकर प्रस्ताव तैयार करके शासन को भेजा गया है, जैसे ही स्वीकृति मिलेगी, काम शुरू हो जाएगा।

फसलों पर पड़ रहा असर

बारिश का असर दलहनी फसलों के साथ ही सब्जी की खेती पर पड़ रहा है। खेतों में बारिश का पानी भरने के कारण सब्जी की खेती को लेकर किसानों की चिंता बढ़ गई है। मंगलवार को 24 घंटे में 30.9 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई। कृषि वैज्ञानिक डॉ. सीताराम मिश्र का कहना है कि किसान प्रयास करें कि खेतों में पानी एकत्र न होने पाएं, उसकी निकासी का प्रबंध करें।

टीमें लगाकर समस्या दूर कर रहे

जल निकासी की समस्या के निस्तारण के लिए पालिका के अधिकारियों को कहा जा रहा है। टीमें लगाकर इस दिशा में काम किया जा रहा है। साथ ही अन्य बिंदुओं पर फोकस किया जा रहा है।

-अर्पित गुप्ता, एडीएम अमेठी



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