
जिला अस्पताल में रखे बेड
अमेठी। कोविड कॉल में संयुक्त जिला अस्पताल के मैटरनिटी विंग को एल-2 हॉस्पिटल में तब्दील कर बड़े पैमाने पर जीवन रक्षक उपकरण खरीदे गए थे। इस प्रकोप समाप्त होने के बाद यह उपकरण बेकार पड़े हैं। एक ओर बड़ी संख्या में उपकरण अस्पताल के एक वार्ड में मौजूद हैं तो वहीं दूसरी ओर अस्पताल आने वाले मरीजों को संसाधन की कमी बताकर रेफर कर दिया जाता है।
मार्च-2020 में कोविड का प्रकोप शुरू हुआ था। मरीजों की संख्या बढ़ी तो संयुक्त जिला चिकित्सालय के मेटर्निटी विंग को लेबल-2 कोविड अस्पताल में तब्दील कर दिया गया। कोविड अस्पताल में मरीजों के जीवन की रक्षा हो सके, इसके लिए शासन की ओर से पर्याप्त मात्रा में आधुनिक उपकरणों की खरीद हुई।
उपकरण कोविड अस्पताल को मुहैया कराए गए। इस दौरान लेबल-2 अस्पताल में 50 बेडों पर पाइप लाइन से ऑक्सीजन आपूर्ति की व्यवस्था की गई। बड़ों के लिए 16 व बच्चों के लिए दो वेंटीलेटर लगाए गए। बड़ी मात्रा में आधुनिक संसाधनों से भी लैश कर दिया गया।
केविड के बाद से वार्ड बंद पड़ा
कोविड के दौरान इन संसाधनों का प्रयोग हुआ। इसके बाद से यह वार्ड बंद पड़ा था। पिछले दिनोंं शासन के निर्देश पर इसे डेंगू अस्पताल में तब्दील कर दिया गया। हालांकि, डेंगू के भी जिले में कंट्रोल रहने से इस अस्पताल के प्रयोग की नौबत कम ही आई।
लोगों का मानना है कि यदि इस विंग को अन्य मरीजों के लिए खोल दिया जाए तो जिले की 22 लाख आबादी को आधुनिक स्वास्थ्य सुविधा आसानी से मिल सके, और उन्हें गंभीर अवस्था में दूसरे जिलों का चक्कर नहीं लगाना पड़े।
उपलब्ध कराए गए थे यह उपकरण
सीएमओ डॉ. अंशुमान सिंह के अनुसार उस दौरान एल-2 हॉस्पिटल को 20 पल्स ऑक्सीमीटर, तीन थर्मामीटर, 62 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर दिए गए थे। साथ ही व्यस्कों के लिए 198 व बच्चों के लिए 66 नेबुलाइजेशन किट, व्ययस्कों के लिए 198 व बच्चों के लिए 66 ऑक्सीजन कैनुला, बी-टाइप के 10 व डी टाइप के 15 ऑक्सीजन सिलिंडर की भी खरीद हुई थी। 250 ऑक्सीजन मास्क, चार वेंटिलेटर, एक बाइपैप मास्क, दो आईसीयू बेड, आठ सिरिंज पंप भी खरीदी गई। दो एंबूबैग, दो लैरीयांगो स्कोप, 60 ऑक्सीजन फ्लू मीटर, एक ऑटो क्लेब, एक इलईडी टीवी, एक छोटा रेफ्रिजरेटर व एक वाटर प्यूरीफायर भी अस्पताल को मुहैया कराया गया था।
समय-समय होती उपकरणों की जांच
संयुक्त जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. बद्री प्रसाद अग्रवाल ने बताया कि एल-2 हॉस्पिटल में 50 बेडों तक पाइप लाइन के जरिए ऑक्सीजन आपूर्ति की व्यवस्था है। 16 व्ययस्क व दो बच्चों के लिए वेंटीलेटर, 90 ऑक्सीजन कन्संटे्रटर, 700 एलपीएम क्षमता के दो ऑक्सीजन प्लांट, मोबाइल एक्सरे मशीन के साथ ही शासन द्वारा भेजे गए सभी उपकरण मौजूद हैं।