
अस्पताल में जांच करते डॉक्टर
गौरीगंज (अमेठी)। बारिश और उमस भरी गर्मी लोगाें का सेहत बिगाड़ रही है। मंगलवार को जिला अस्पताल की ओपीडी 600 पार पहुंच गई। इसमें अकेले बुखार के ही 209 मरीज थे। बरसात के कारण भीगने से लोग अधिक बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। सर्दी-जुखाम के साथ बुखार के मरीज बढ़ रहे हैं। मंगलवार को मलिक मोहम्मद जायसी संयुक्त जिला अस्पताल में सुबह से वायरल बुखार पीडि़तों की कतार लगी रही। कुल 657 मरीजों की ओपीडी में 209 बुखार, 187 खांसी, 79 सर्दी के मरीज पहुंचे।
जिला अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. लईकुज्जमा के कक्ष में बच्चों की भीड़ थी। इसमें उल्टी-दस्त और बुखार से पीड़ित थे। फिजीशियन डॉ. शुभम पांडेय, डॉ. अमित यादव व डॉ. पीतांबर कनौजिया के कक्ष में और बाहर बड़ी संख्या में मरीज अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। पर्ची काउंटर पर सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक मरीज और तीमारदारों की कतार रही। चिकित्सकों को दिखाने के बाद जांच के लिए अधिकांश लोग लैब पर दिखे। चिकित्सकों का कहना था कि वर्तमान समय में मौसम का उतार चढ़ाव है।
आंख में संक्रमण के मरीज बढ़े
जिला अस्पताल में तैनात नेत्र परीक्षण अधिकारी सज्जन कुमार ने बताया कि मौसम में बदलाव होने के कारण लोग आंख की बीमारी के शिकार हो रहे हैं। बारिश के बीच निकल रही धूप से लोगों के आंख में जलन, खुजली और पानी आने जैसी समस्या हो रही है। मरीजों को दवा के साथ धूप में निकलने पर आंखों पर चश्मा लगाने तथा सिर को ढककर रखने की सलाह दी जा रही है।
सतर्कता बरतना जरूरी
फिजीशियन डॉ. शुभम पांडेय ने बताया कि लंबे अंतराल के बाद बारिश हो रही है। ऐसे में बुखार, जुकाम, बच्चों में उल्टी-दस्त के साथ बुखार तेजी से फैल रहा है। इससे बचाव के लिए धूप में कम निकलें। यदि वायरल फीवर का शिकार हो रहे हैं तो तत्काल चिकित्सक की सलाह से दवा लें। नियमित दवा से ही निजात मिलेगी।
मरीजों का हो रहा बेहतर उपचार
अस्पताल में चिकित्सकों व दवाओं की मौजूदगी के साथ मरीजों को बेहतर उपचार किया जा रहा है। इन दिनों वायरल फीवर मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। अस्पताल आने वाले सभी मरीजों की जांच, उपचार व दवा की समुचित व्यवस्था की गई है। मरीजों को उपचार में कोई परेशानी नहीं हो तथा अस्पताल में ही जांच व दवा मिल सके इसके लिए निगरानी की जा रही है।
डॉ. बद्री प्रसाद अग्रवाल, सीएमएस