मुसाफिरखाना (अमेठी)। जिले की सभी तहसीलों में लगे संपूर्ण समाधान दिवस में लोगों की शिकायतें सुनी गईं। साथ ही मौके पर निपटारे का भी प्रयास किया गया। मुसाफिरखाना तहसील में डीएम राकेश कुमार मिश्र व एसपी डॉ इलामारन जी ने शिकायतें सुनी। मुसाफिरखाना तहसील सभागार में शनिवार की सुबह 11:15 बजे कस्थुनी पश्चिम गांव के कई ग्रामीण पहुंचे। सभी ने डीएम व एसपी से गांव में शराब ठेका हटवाने के गुहार लगाई। जगराम मौर्य ने कहा कि साहब गांव में देसी शराब की दुकान है। शराबियों के उत्पात से महिला व बच्चे परेशान हैं। बच्चे की पढ़ाई नहीं हो पा रही है। सुनवाई के बाद डीएम ने आबकारी अधिकारी को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए।
उरेरमऊ गांव निवासी रामगोपाल ने ग्राम प्रधान पर सरकारी धन के गबन करने का आरोप लगाते हुए जांच की मांग। पूरे जालिम मल्लाह गांव निवासी दशरथ ने मकान पर कब्जे को हटवाने की गुहार लगाई। 77 फरियादियों ने अपनी समस्या सुनाई। जिसमें से छह का मौके पर निस्तारण कराते हुए अन्य के निस्तारण की जिम्मेदारी संबंधित अफसरों को दी।
गौरीगंज में अरगवां गांव निवासी जुम्मन एसडीएम के सामने रोते हुए कहा कि साहब एडीएम से लेकर कमिश्नर कोर्ट से डिग्री हुई है। तबौ जमीन नहीं मिलत आहै। एसडीएम ने संयुक्त टीम गठित कर पैमाइश का निस्तारण करने कहा। दोस्तपुर निवासी भरतलाल ने पड़ोसी की ओेर जबरन मार्ग निर्माण करने की बात कहते हुए कार्रवाई की मांग की तो मूंघी गांव निवासी रुद प्रताप सिंह ने मृतक व अपात्र के नाम जारी राशन कार्ड की जांच करा निरस्त करने की मांग की।
गुवावां निवासी बृजलाल घूर गड्ढा से कब्जा हटाने तो कटरालालगंज निवासी रफीक अपनी जमीन से कब्जा हटवाने के लिए परेशान रहे।गौरीगंज में भी 27 फरियादियों ने शिकायत दर्ज करा, जहां तीन का मौके पर निस्तारण हुआ। अमेठी में 61 में पांच तो तिलोई में 42 में नौ का मौके पर निस्तारण हुआ। डीएम ने सभी शिकायतों को समयबद्ध निस्तारित करने का निर्देश देते हुए शिकायत लंबित रहने या फर्जी निस्तारण आख्या देने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है।