
कलेक्ट्रेट मं बैठक करते डीएम
अमेठी। गोवंश संरक्षण के लिए संचालित आश्रय केंद्रों के नोडल अफसरों के सत्यापन के बाद शनिवार शाम डीएम ने बैठक की। बैठक में मौजूद सुविधाओं की जानकारी लेते हुए रिपोर्ट में मिली कमियों को दूर करने का निर्देश दिया। कहा कि गोकाष्ट तैयार कर बिक्री से आश्रय केंद्रों को आत्मनिर्भर बनाया जाए तो पोषाहार समेत गोवंश के भरण-पोषण में बेहतर ढंग से किया जाए। गोवंश को आश्रय केंद्रों पर परेशानी ना हो इसका प्रबंध कर लें, जांच में कमी मिलने पर जिम्मेदारों पर कार्रवाई तय है। कमियां मिलने पर लगाई फटकार
जिले में संचालित 107 गोआश्रय केंद्रों पर संरक्षित गोवंश के भरण-पोषण के प्रति डीएम राकेश कुमार मिश्र सक्रिय हैं। डीएम ने गोशालाओं के जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों कसे साथ शनिवार की शाम बैठक की। गोशालाओं में हरा चारा, भूसा, पशु आहार, स्वच्छ पेयजल, शेड, बीमार पशुओं की स्थिति का जायजा नोडल की रिपोर्ट से करते हुए कमियां मिलने पर जिम्मेदारों को फटकार लगाई।
कहा कि सभी गोआश्रय स्थलों पर गोवंशों के लिए पर्याप्त मात्रा में पशु आहार तो पीने का पानी व छांव की पर्याप्त व्यवस्था रखी जाए। गोशालाओं में पल रहे मवेशियों को किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो। डीएम ने गोवंशों के लिए तीन माह के भूसे का स्टाक गोआश्रय केंद्रों पर रखने के निर्देश दिए। कहा कि स्थानीय लोगों को भी गोशालाओं से जोड़ा जाए जिससे ग्रामीण गोशालाओं में आकर गोवंश की देखभाल करें।
डीएम ने कहा कि गोकाष्ट बनाने वाली मशीन क्रय कर गाय के गोबर से गोकाष्ट बनाकर उन्हें बेचा जाए, जिससे गोशालाओं को आत्मनिर्भर बनाया जा सके। 100 गोवंशों पर प्रतिदिन के हिसाब से एक बोरा पशु आहार दिया जाए। कहाकि गोशालाओं पर ताजा स्वच्छ पानी उपलब्ध रहे तो पशुओं के बैठने के लिए पर्याप्त मात्रा में टीन शेड की व्यवस्था की जाए। यदि कहीं टीन शेड की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है तो व्यवस्था की जाए।
सहभागिता योजना से गरीब परिवारों को दुधारू गाय देने के निर्देश डीपीओ एवं समस्त बीडीओ को दिया। डीएम ने सभी गोशालाओं के चारागाह के लिए भूमि उपलब्ध कराने के निर्देश सभी एसडीएम को दिए तथा सभी बीडीओ को चारागाह की भूमि पर हराचारा की बुआई करने को कहा।
बैठक के दौरान सीडीओ सान्या छाबड़ा, एडीएम अर्पित गुप्ता, डीडीओ तेजभान सिंह, सीवीओ डॉ जेपी सिंह के साथ सभी एसडीएम, नोडल अधिकारी/बीडीओ व पशु चिकित्साधिकारी सहित अन्य संबंधित मौजूद रहे।