अमेठी। कई गांवों से होकर गुजरने वाली आदि गंगा गोमती नदी के तटों को जोड़ने वाले चार मार्गों पर दोबारा पीपे के पुल का संचालन होगा। पुल निर्माण से अयोध्या, बाराबंकी व सुल्तानपुर से अमेठी समेत के विभिन्न हिस्सों की दूरी में कमी आएगी। इससे किसानों को खेती करने का सीधा लाभ मिलेगा। बारिश में पानी का बहाव तेज होने पर पूर्व निर्मित पुल को खोला गया था। दोबारा पुल निर्माण का संचालन के लिए विभाग की मांग पर शासन ने 89 लाख रुपये जारी किए हैं। 26 दिसंबर 2021 को जिले में सड़कों का लोकार्पण करने आए उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के समक्ष मुद्दा उठाया गया था। गोमती नदी पर चार पुल निर्माण मंजूरी को लेकर जगदीशपुर विधायक सुरेश पासी ने अनुरोध किया था। इसके बाद वर्ष 2022 में मुसाफिरखाना स्थित दंडेश्वर धाम, नांदी, पन्ही व पिछूती में पीपा पुल का निर्माण लोक निर्माण विभाग की ओर से कराया गया। बारिश के पहले नदी में पानी के बहाव को देखते हुए पीपे के पुल पर आवागमन को बंद कर दिया गया था। पीपे के पुल को खोलवा दिया गया था। दोबारा से पीपे के पुल बनाने का निर्णय लिया गया है।
इन मार्गों को जोड़ेगा पुल
बाजार शुकुल से बाराबंकी जिले को जोड़ने वाले पन्ही मार्ग, बाजार शुकुल से अयोध्या को जोड़ने वाला नांदी मार्ग व जगदीशपुर से अयोध्या को जोड़ने वाले पिछूती मार्ग के बीच मेें पड़ने वाली नदी पर पीपे का पुल बन जाने से कई जिलों की दूरी कम होने से लोगों को सीधा सफर करने का मार्ग उपलब्ध होगा।
विभाग के प्रस्ताव पर शासन ने चारों स्थान पर पांटून सेतु निर्माण, मरम्म सहित अन्य कार्य के लिए 89 लाख रुपये जारी किया है। धन मिलने के बाद लोक निर्माण विभाग निविदा के माध्यम से ठेकेदार चयन कर प्रस्तावित कार्य पूरा करने की कोशिश में जुटा है। उम्मीद है कि अक्तूबर माह में पुल पर आवागमन शुरू होगा।
इनसेट
किसानों को मिलेगी सुविधा
गोमती नदी पर पीपा पुल निर्माण से सैकड़ों एकड़ कृषि योग्य जमीन पर हरियाली दिखाई देगी। वहीं, किसानों को कृषि से जुड़ी कई अन्य सुविधाएं मिलेंगी। पीपा पुल निर्माण होने से किसानों के लिए उन्नति का मार्ग खुलेगा। गांव में कई ऐसे किसान हैं जिनको नदी उस पार से अपनी उपज लाने के लिए 10 से 12 किमी. की दूरी तय करनी पड़ती थी। उन्हें फसल लाने में काफी आसानी होगी। पुल निर्माण से पांडेयगंज से मां कामाख्या भवानी मार्ग का निर्माण कार्य व शिवली गांव से पन्ही गांव माताजी के मंदिर के साथ दंडेश्वर धाम के दर्शन व नदी के एक पार से दूसरे पार आवागमन में लोगों को सुविधा मिलेगी।
वर्जन
जल्द पूरा होगा प्रस्तावित कार्य
गोमती नदी पर चार स्थानों पर पान्टून सेतु के प्रस्ताव को शासन से मंजूरी मिली है। निविदा प्रकाशित कर ठेकेदार चयन की प्रक्रिया गतिमान है। ठेकेदार चयन के बाद प्रस्तावित कार्य मानक के अनुसार पूरा कराते हुए पान्टून सेतु निर्माण कर लोगों को आवागमन में सुविधा दी जाएगी।
रमेश चंद्र, एक्सईन निर्माण खंड लोक निर्माण विभाग