तिलोई (अमेठी)। नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, अलाईपुर में रविवार को मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले में जांच की कोई व्यवस्था नहीं दिखी। यही नहीं, चिकित्सक मौजूद नहीं थे। यहां पर लक्षण देखकर मरीजों को दवा दी गई।अलाईपुर पीएचसी में कुछ समय के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ. अभिषेक शुक्ला ने पहुंचकर मरीजों का परीक्षण किया, लेकिन उनके जाने के बाद कंपाउंडर आशीष मिश्रा ही मरीजों का उपचार करते नजर आए। ममता देवी ने बताया कि कई दिनों से मौसम बदलने के कारण बुखार से ग्रसित हैं। स्वास्थ्य मेले में बेहतर उपचार की उम्मीद लेकर पहुंची, तो बिना किसी जांच और सुविधा के यहां पर लाल पीली गोलियां देकर वापस कर दिया।
कल्लन भी सर्दी-जुकाम बुखार से पिछले कई दिनों से ग्रसित हैं। इनका कहना है कि स्वास्थ्य मेला में जांच करा कर दवा लेने की आस लेकर अस्पताल आए थे, लेकिन उचित इलाज नहीं मिला। रघुवर ने बताया कि पिछले 20 दिनों से बुखार से ग्रसित हैं। अस्पताल से दवा मिली थी, लेकिन अब तक बुखार उतरा नहीं है।
फुरसतगंज के जायस पीएचसी के स्वास्थ्य मेले में 105 मरीजों ने स्वास्थ्य परीक्षण कराया। डॉ. इश्तियाक खान ने कहा कि सबसे अधिक चर्मरोग के मरीज आए हैं।
सीएमओ के निरीक्षण में गायब मिले डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी
सीएमओ डॉ. अंशुमान सिंह ने हरदो पीएचसी में जन आरोग्य मेले का निरीक्षण किया। इस दौरान होम्योपैथी मेडिकल अधिकारी डॉ. अरविंद कुमार, चीफ फार्मेसिस्ट, लैब टेक्नीशियन भूपेंद्र यादव अनुपस्थित मिले। सीएमओ ने सभी से जवाब मांगा है।
2756 मरीजों का हुआ उपचार
– जिले के 30 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले का आयोजन किया गया। इसमें 2756 मरीजों का इलाज किया गया। 31 को रेफर किया गया। इसमें 314 बुखार, 244 चर्म रोग, डायबिटीज के 226 मरीज शामिल है।