डॉक्टरों व स्टॉफ की कमी से जूझ रहा संयुक्त जिला अस्पताल
नंदलाल तिवारी
अमेठी। असैदापुर स्थित संयुक्त जिला अस्पताल डॉक्टरों व स्टॉफ की कमी से जूझ रहा है। इसके चलते ही यहां आने वाले मरीजों को बेहतर इलाज न मिलने पर बिना डिस्चार्ज व रेफर हुए ही अस्पताल छोड़कर दूसरी जगह इलाज के लिए जाना पड़ रहा है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वर्ष 2023 में जनवरी से मई तक 151 दिनों के भीतर अस्पताल में भर्ती हुए 1008 मरीज बिना वैधानिक डिस्चार्ज व रेफर के ही अस्पताल छोड़कर गायब हो गए। अस्पताल प्रशासन की यह लापरवाही बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के दावे की सच्चाई बया कर पूरी व्यवस्था पर ही सवाल खड़ा कर रही है।
जिला अस्पताल में चिकित्सकों के स्वीकृत 34 पदों में से सिर्फ 17 पर ही तैनाती है। चिकित्सकों की कमी के कारण अस्पताल अपनी आधी क्षमता के साथ मरीजों की सेहत का ख्याल रखने को विवश है। ऐसे में अस्पताल में सबसे जरूरी माने जाने वाले हृदय रोग, ईएनटी के साथ ही स्किन व अन्य विशेषज्ञ चिकित्सकों के न होने से मरीजों को समुचित इलाज भी नहीं मिल पाता है। सीएमएस डॉ. बीपी अग्रवाल का कहना है कि बिना चिकित्सक की सलाह के जाने वाले मरीजों में से अधिकांश ऐसे हैं, जिन्हें थोड़ी बहुत परेशानी हुई। आए भर्ती हुए, जैसे ही ठीक हुए, बिना बताए चले गए। अन्य के बारे में जानकारी की जा रही है। मरीजों को कोई परेशानी न हो, इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
संयुक्त जिला अस्पताल में माहवार मरीजों का विवरण
जनवरी 2023
भर्ती मरीज- 445
डिस्चार्ज मरीज- 120
रेफर मरीज-24
कुल मृत्यु- 15
बिना चिकित्सक की सलाह के जाने वाले मरीज-286
फरवरी 2023
भर्ती मरीज- 513
डिस्चार्ज मरीज- 215
रेफर मरीज-30
कुल मृत्यु- 15
बिना चिकित्सक की सलाह के जाने वाले मरीज-243
मार्च 2023
भर्ती मरीज- 553
डिस्चार्ज मरीज- 373
रेफर मरीज-41
कुल मृत्यु- 16
बिना चिकित्सक की सलाह के जाने वाले मरीज-123
अप्रैल 2023
भर्ती मरीज- 457
डिस्चार्ज मरीज- 265
रेफर मरीज-40
कुल मृत्यु- 14
बिना चिकित्सक की सलाह के जाने वाले मरीज-207
मई 2023
भर्ती मरीज- 478
डिस्चार्ज मरीज- 292
रेफर मरीज-33
कुल मृत्यु- 04
बिना चिकित्सक की सलाह के जाने वाले मरीज- 149
मेडिकल कॉलेज की टीम ने देखा अस्पताल
गौरीगंज। अंबेडकरनगर मेडिकल कॉलेज की रीजनल रिर्सच एंड ट्रेनिंग सेंटर (आरआरटीसी) की टीम ने सोमवार को संयुक्त जिला अस्पताल का भ्रमण किया। टीम ने लेबर रुम, ऑपरेशन थियेटर व टेक्निकल सपोर्ट यूनिट (टीएसयू) को विशेषतौर पर देखा। अस्पताल में उपलब्ध संसाधनों व सेवाओं पर टीम ने संतुष्टि जताई। टीम ने अस्पताल में स्त्री रोग के साथ चिकित्सकों की कमी को दूर कराने के संबंध में शासन को अवगत कराने का भरोसा दिया। टीम में डॉ. मो. आतिफ, डॉ. विजय कुमार, डॉ. राना प्रताप, डॉ. अवनीस कुमार व डॉ. रुचि पांडेय के साथ टीएसयू के सैम मोहम्मद खान शामिल रहे। संवाद