9 more suspected dengue patients found, 455 sick with fever

जिला चिकित्सालय में मौजूद मरीज व तीमारदार

अमेठी। डेंगू के 9 और संदिग्ध मरीज मिले हैं। साथ ही संदिग्ध मरीजों की संख्या बढ़कर 144 तक पहुंच गई है। बुधवार को जिला अस्पताल में बुखार के 455 मरीज मिले हैं। इनका उपचार स्वास्थ्य विभाग की टीम कर रही है। बुधवार को कार्ड से हुई जांच में गौरीगंज में 2, शाहगढ़ में एक, अमेठी में 3, बाजार शुकुल में एक, संग्रामपुर में एक, भेट़ुआ में एक डेंगू के संदिग्ध मरीज मिला है। 45 का सैंपल जांच के लिए भेजा गया है। जिले में संयुक्त जिला चिकित्सालय में छह बेड का एक वार्ड तो सभी सीएचसी में वार्ड अतिरिक्त रूप से सुरक्षित कर दिया गया है।

संयुक्त जिला चिकित्सालय सहित सभी अस्पतालों में डेंगू की किट की जांच में संदिग्ध मिलने पर एलाइला जांच के लिए विशेष कार्ड की व्यवस्था के साथ प्लेटलेट्स की जांच की व्यवस्था कराई गई है। इन सबके बाद भी जिले में प्लेटलेट्स का कोई प्रबंध नहीं है।

जिले में 105 हो चुके डेंगू संक्रमित

अमेठी। जिले में लगातार डेंगू संक्रमित मरीजों का सिलसिला बढ़ रहा है। अब तक 150 डेंगू संक्रमित मिल चुके हैं। डेंगू संक्रमित मिलने के बाद टीम गांव पहुंच बचाव कार्य कर रही है। डेंगू संक्रमित के प्लेटलेट्स कम होने पर सिर्फ उन्हें रेफर किया जा रहा है। रेफर करने की बात जिम्मेदार स्वीकार नहीं कर रहे हैं। जबकि सुल्तानपुर व लखनऊ में जिले के कई संक्रमितों का उपचार हो रहा है। उपचार के दौरान गैर जिले में हुई मौत को स्वास्थ्य संदिग्ध डेंगू की श्रेणी में बता रहा है। जिले में डेंगू मरीज के उपचार के दौरान मौत नहीं होने का दावा विभाग कर रहा है।

ओपीडी में पहुंचे 1074 मरीजों में 455 बुखार संक्रमित

अमेठी। शहर से गांवों तक वायरल बुखार का प्रकोप तेजी से फैल रहा है। बुधवार को जिला अस्पताल की ओपीडी में करीब 1074 मरीज चिकित्सकों को दिखाने के लिए पहुंचे। पर्चा काउंटर पर सुबह आठ बजे से ही लंबी कतारें लगी हुई थीं। ओपीडी कक्षों के बाहर मरीजों की अच्छी खासी भीड़ नजर आई। सबसे ज्यादा छोटे बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को वायरल बुखार अपनी चपेट में ले रहा है। बुधवार को बुखार के 455, ठंड के 81, खांसी के 91, जुखाम के 85, लूजमोशन के 81, पेट दर्द के 95 व डिहाई ड्रेसन के 77 समेत अन्य बीमारी से ग्रसित मरीज रहे।

सीएमएस डॉ. बद्री प्रसाद अग्रवाल ने बताया कि ब्लड बैंक नहीं होने से प्लेटलेट्स की आवश्यकता पड़ने पर पड़ोसी जिले रायबरेली व सुल्तानपुर की मदद ली जाती है। मरीजों का अस्पताल में हर सुविधा मिल रही है।



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