अमेठी। वीआईपी ड्यूटी में डॉक्टरों के जाने के कारण सोमवार को दिव्यांग परीक्षण शिविर टालना पड़ा। ऐसे में दूरदराज से आए 40 दिव्यांगों को बैरंग लौटना पड़ा।
यही नहीं, जिला अस्पताल में भी मरीजों को दिक्कत हुई। इसके कारण ओपीडी को दोपहर तीन बजे तक चलाना पड़ा।
त्रिसुंडी में आयोजित कार्यक्रम में संयुक्त जिला अस्पताल के फिजीशियन, हड्डी रोग विशेषज्ञ सहित सीएचसी के अधीक्षकों की ड्यूटी लगाई गई थी। इसके कारण प्रत्येक सप्ताह के सोमवार को लगने वाला दिव्यांग परीक्षण शिविर नहीं लग सका।
सीएमओ कार्यालय फरियाद लेकर आए मथुरा प्रसाद का कहना था कि उनका एक पैर कुछ माह पहले मशीन में फंसकर कट गया था। ऐसे में वह दिव्यांग प्रमाणपत्र के लिए चक्कर काट रहे हैं। आने पर बताया गया कि आज जांच नहीं हो पाएगी। एसीएमओ डॉ. पीयूष गोयल का कहना है कि चिकित्सकों की वीआईपी ड्यूटी लगाए जाने के कारण शिविर को स्थगित करना पड़ा।
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दोपहर तीन बजे तक चलानी पड़ी ओपीडी
जगदीशपुर के राम कुमार की मां के हाथ में चोट लग गई थी। वह हड्डी रोग के चिकित्सक को दिखाने के लिए आए थे। पता चला कि चिकित्सक आज नहीं है। कर्मियों ने उन्हें कल आने की सलाह दी। यही नहीं, फिजीशियन को दिखाने के लिए भारी भीड़ रही। एक ही फिजीशियन पर पूरा दबाव आ गया। इसके कारण दोपहर तीन बजे तक ओपीडी चलानी पड़ी। सीएमएस डॉ. बीपी अग्रवाल का कहना है कि मरीजों को कोई परेशानी न हो, इसके लिए प्रबंध किए गए थे। अतिरिक्त समय तक ओपीडी चलाई गई।