अमेठी। संजय गांधी अस्पताल पर कार्रवाई की गूंज दिल्ली तक पहुंच गई है। इस अस्पताल के ट्रस्टी के रूप में कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद सोनिया गांधी, पूर्व महासचिव सांसद राहुल गांधी के साथ ही कई नाम है। मंगलवार को गांधी परिवार के करीबी केएल शर्मा दिल्ली से अमेठी पहुंचे। उन्होंने पहले अस्पताल प्रशासन से इस संबंध में बात की। उसके बाद पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। उन्होंने बताया कि जनहित की संस्थाओं को बदले की भावना से कार्रवाई कर बंद किया जा रहा है। कानूनी प्रक्रिया करने के साथ ही बुधवार को पार्टी पदाधिकारी डीएम को ज्ञापन देंगे। उन्होंने बताया कि कार्यकर्ता जनता के बीच में जाकर इसको बताएंगे। यदि जरूरत पड़ी तो कांग्रेस कार्यकर्ता सड़क पर उतरेंगे।
कई जिलों के साथ स्थानीय लोगों को मिलती थी सुविधा
अमेठी। 1980 में संजय गांधी की कर्मभूमि से विख्यात अमेठी के मुंशीगंज में एशिया के ग्रामीण क्षेत्रों में गिने जाने वाले संजय गांधी अस्पताल की आधारशिला एक सितंबर 1982 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने रखी। आधारशिला रखने के बाद ही निशुल्क संजय गांधी सचल सेवा का शुभारंभ हुआ।
सचल वाहन प्रतिदिन गांव-गांव जाकर उसमें तैनात चिकित्सक मरीजों का परीक्षण कर निशुल्क उपचार करते थे। 1989 में संजय गांधी अस्पताल का भवन बनने के संचालन शुरू हुआ तो निशुल्क लोगों का इलाज होता था। इसके बाद एक रुपए के पर्चे पर इलाज होने लगा।
अस्पताल में ये हैं सुविधाएं
अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ ही कई ऐसी सुविधाएं हैं जो जिला एवं प्रदेश स्तर पर ही मिलनी संभव हैं। 350 बेड की क्षमता वाले अस्पताल में 209 बेड की व्यवस्था है। चार वेंटीलेटर के साथ इमरजेंसी में 14, एमआईसीयू में 13, एनआईसीयू में 12, एसआईसीयू में सात बेड की सुविधा है।
अस्पताल में मेडिसिन, जनरल सर्जरी, आर्थोपेडिक, ईएनटी, प्रसूति रोग, बाल चिकित्सा, डेंटल की 24 घंटे तो कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, चर्म रोग विभाग की साप्ताहिक ओपीडी सेवाएं उपलब्ध हैं। इसके साथ ही अस्पताल में इमरजेंसी, वेंसीलेटर, एमआईसीयू, एनआईसीयू, एसआईसीयू, ब्लड बैंक, पैथोलॉजी, रेडियोलॉजी, लेबर रूम, फिजियोथैरेपी, डायलिसिस, सीटी स्कैन एवं एंबुलेंस सुविधा के साथ ही ऑक्सीजन के लिए पीएसए प्लांट व सिलेंडर की भी व्यवस्था है। प्रतिदिन 600 मरीजों की ओपीडी 200 मरीजों की इमरजेंसी 1000 मरीजों की जांच एवं 50 से अधिक नए मरीज भर्ती होकर अपना उपचार करते थे।
नर्सिंग और पैरामेडिकल में है करीब 1000 छात्र छात्राएं
मुंशीगंज स्थित संजय गांधी अस्पताल से संबंध नर्सिंग एवं पैरामेडिकल कॉलेज का संचालन हो रहा है। मौजूदा समय में करीब 1000 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। अस्पताल के सीईओ अवधेश शर्मा ने बताया कि नर्सिंग एवं पैरामेडिकल कॉलेज का संचालन हो रहा है। इसके संबंध में अभी कोई नोटिस आदि नहीं मिली है।
कारण बताओ नोटिस में तीन माह का था समय
अस्पताल के सीईओ अवधेश शर्मा ने कहा कि जांच के उपरांत उन्हें जो नोटिस मिली थी उसमें 3 माह का समय दिया गया था। बावजूद इसके हमें अपना पक्ष रखने का मौका नहीं दिया गया और लाइसेंस निलंबन के साथ ही अन्य कार्रवाई कर दी गई।
विधिक कार्रवाई के लिए प्रक्रिया की जा रही
संजय गांधी मेमोरियल ट्रस्ट के प्रशासक मनोज मुट्टू ने बताया कि अस्पताल में मरीज और जनता को सुविधा नहीं मिल पा रही है। इसका बड़ा दुख है। बताया कि इसके लिए वह विधिक सलाह के आधार पर अन्य प्रक्रियाएं की जाएगी। बताया कि मामले की जांच की जा रही है दोषी मिलने पर संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई भी की जाएगी।