संवाद न्यूज एजेंसी, अमेठी

Updated Sun, 14 May 2023 12:52 AM IST

गौरीगंज (अमेठी)। निकाय चुनाव ने अमेठी में उन दलों को भी आईना दिखाया जिनकी कभी प्रदेश में तूती बोलती थी। आलम यह रहा कि कभी दलित वोटों के लिए मानी जाने वाली बसपा दो निकायों में दहाई में सिमट गई। समाजवादी पार्टी और आप की भी स्थिति यह रही कि दोनों को एक-एक निकाय में प्रत्याशी तक नहीं मिल सके। सबसे पहले बात करते हैं वर्ष 2014 तक अमेठी को अपना गढ़ बताने वाली कांग्रेस पार्टी की। कांग्रेस पार्टी को जिले में महज एक सीट मिली वह भी पार्टी प्रत्याशी की विनम्रता व सर्व सुलभता तथा जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंघल की मेहनत के बूते। यहां पार्टी प्रत्याशी मनीषा को 1,0001 वोट मिले। जायस के अलावा गौरीगंज नपा में कांग्रेस प्रत्याशी अरुण कुमार मिश्र को 513, अमेठी में कांग्रेस प्रत्याशी सहरतुन्निशा को 246 और मुसाफिरखाना में कांग्रेस प्रत्याशी रमित कुमार को महज 41 वोट मिले। बहुजन समाज पार्टी ने जिले के चारों निकायों में अपने उम्मीदवार उतारे लेकिन जनता ने पूरी तौर पर उन्हें नकार दिया। गौरीगंज में रामा देवी का प्रदर्शन चारों निकायों के बसपा प्रत्याशियों में सर्वश्रेष्ठ रहा। रामा को 856 वोट मिले। जायस में बसपा प्रत्याशी रेखा को 179 वोट से संतोष करना पड़ा। अमेठी व मुसाफिरखाना में तो पार्टी दहाई का आंकड़ा नहीं पार कर सकी। अमेठी में पार्टी प्रत्याशी शकीना बानो व मुसाफिरखाना में सुनील कुमार को महज 13-13 वोट मिले।

कुछ खास नहीं रहा सपा का प्रदर्शन

गौरीगंज में 4988 वोट पाकर दूसरे स्थान पर रही समाजवादी पार्टी अमेठी में 156 मतों के साथ तीसरे स्थान पर खिसक गई। पार्टी की सबसे खराब स्थिति मुस्लिम बाहुल्य निकाय नपा जायस में रही। यहां पार्टी प्रत्याशी उमा को महज 220 वोट मिले। मुसाफिरखाना में पार्टी को योग्य प्रत्याशी तक नहीं मिला। देखते ही देखते राष्ट्रीय पार्टी में तब्दील होने वाली आम आदमी पार्टी की दशा भी अमेठी को छोड़ कहीं अच्छी नहीं रही। अमेठी में पार्टी प्रत्याशी रीना जायसवाल 1927 वोट पाकर रनर रहीं तो जायस में राजकुमारी निर्मल को 652 व गौरीगंज में हरिश्चंद्र साहू को 122 वोट ही मिले। आप को भी मुसाफिरखाना में प्रत्याशी नहीं मिले।



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