
केबल ठीक करते बिजली कर्मचारी
अमेठी। सड़क निर्माण के दौरान कटी 33 हजार केवीए विद्युत केबल से दो लाख की आबादी अंधेरे में रही। करीब 16 घंटे स्थानीय लोग बिजली संकट झेलते रहे। शुक्रवार की शाम 6 बजे लाइन में गुल हुई बत्ती शनिवार सुबह दस बजे ठीक हो सकी।
विकास खंड बाजार शुकुल के तहत शुकुल बाजार विद्युत उप केंद्र, महोना विद्युत केंद्र और हसनपुर तिवारी विद्युत केंद्र से लगभग दो लाख की आबादी को बिजली आपूर्ति होती है। शुक्रवार शाम लगभग 6 बजे से 33 हजार केवीए कठौरा जगदीशपुर की विद्युत लाइन की आपूर्ति बाधित हो गई। भीषण गर्मी संग स्थानीय निवासियों ने मच्छरों का प्रकोप भी झेला।
अवर अभियंता अश्वनी यादव ने बताया कठौरा जगदीशपुर से तैंतीस हजार केवीए में फॉल्ट आने से व्यवस्था चरमरा गई थी। कर्मचारियों को फॉल्ट दूर कर बिजली आपूर्ति बहाल करने के निर्देश दिए थे। बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई है।
अंडरग्राउंड केबल कटने से आया फॉल्ट
औद्योगिक क्षेत्र जगदीशपुर स्थित रोड नंबर चार के पास शुक्रवार शाम सड़क निर्माण के दौरान जेसीबी से 33 केवीए कठौरा अंडर ग्राउंड बिजली केबल कट गई।
घटना से महोना और शुकुल बाजार पावर हाउस की बिजली आपूर्ति ठप हो गई। ईओ विद्युत हर्षित श्रीवास्तव ने बताया कि रोड नंबर चार पर जेसीबी द्वारा सड़क का काम करते समय 33 हजार केवीए केबिल में फाल्ट आया था। इसे ठीक कर लिया गया है। जिम्मेदार के विरुद्ध तहरीर देकर मुकदमा पंजीकृत कराया जाएगा।
इन गांवों की आपूर्ति हुई प्रभावित
महोना पावर हाउस की विद्युत आपूर्ति बाधित होने से सिंदुरवा, पलिया पश्चिम, पूरे गंगा महतव, कोयलारा मुबारकपुर, बरसंडा, सवना, बाबागंज, रसूलपुर, पूरे स्वंबर शुक्ल, पूरे छिटई, पूरे दीना पाठक, पूरे शंभू, पूरे रमजानी, पूरे भरथा, पूरे बबुइन व अन्य गांवों के लोगों ने भीषण अंधेरे व गर्मी में रात बिताई।
स्थानीय निवासियों से बातचीत
मिलाते रहे अधिकारियों का फोन, नहीं मिला जवाब
बाजार शुकुल विकास खंड क्षेत्र के उपभोक्ताओं को विद्युत उप केंद्र महोना, विद्युत उपकेंद्र हसनपुर तिवारी, विद्युत केंद्र शुकुल बाजार से बिजली मिलती है। शुक्रवार शाम अचानक तीनों विद्युत उप केंद्र से विद्युत सप्लाई ठप होने से हाहाकार मचा गया। भीषण गर्मी में रात भर उपभोक्ता बिजली का इंतजार करते रहे। उपभोक्ता विद्युत उपकेंद्र के अधिकारियों व कर्मचारियों का फोन मिलाते रहे लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
बिजली व्यवस्था बेपटरी हो चुकी है। आपूर्ति बाधित होने से लोगों को काफी परेशानी होती है। अधिकारी समय से समस्या दूर कर लें तो सभी को राहत मिले। अधिकारियों का फोन मिलाते रहे, कोई जवाब नहीं मिला।