संवाद न्यूज एजेंसी, अमेठी
Updated Tue, 16 May 2023 12:38 AM IST
अमेठी। कोतवाली क्षेत्र के महेशपुर गांव निवासी एक विवाहिता अपने पति का दूसरा विवाह रोकवाने को लेकर तीन दिन से थाने के चक्कर लगा रही थी लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हुई। पीड़िता ने बताया कि सोमवार को पति की बरात जानी है लेकिन न तो अभी तक मुकदमा दर्ज किया गया और न ही पति पर कोई कार्रवाई हुई। वहीं दूसरी ओर सीओ ने शाम को बताया कि तहरीर मिलने पर गांव में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है ताकि बरात न जा सके।
थाना क्षेत्र मुंशीगंज के एक गांव की निवासी महिला ने थाने में तहरीर देकर बताया कि 29 अप्रैल 2004 को उसका विवाह कोतवाली अमेठी के गांव महेशपुर मजरे मोचवा निवासी कन्हैयालाल के पुत्र बब्बन यादव के साथ हुआ था। पिता ने हैसियत के अनुसार दान दहेज दिया लेकिन कम दहेज मिलने का ताना देकर पति बब्बन यादव, ससुर कन्हैयालाल यादव, देवर वरुण यादव, सास श्यामा देवी, ननद सोनम यादव अक्सर मारपीट करने लगे। आरोप है कि जान से मारने की धमकी भी देते थे।
पीड़िता ने बताया कि वह ससुराल में रहकर यातना सहती रही। उसके 10 वर्ष का एक पुत्र भी है। तमाम प्रयास के बावजूद ससुरालीजनों ने उसे करीब पांच वर्ष पूर्व घर से निकाल दिया। तब से वह बेटे के साथ मायके में रह रही थी। तीन दिन पूर्व उसे जानकारी हुई कि उसका पति गौरीगंज स्थित एक गांव में 15 मई को बरात ले जा रहा है। बताया कि पिता परदेस में रहते हैं। घर में कोई नहीं है। वह बहन और बेटे के साथ तीन दिन से कोतवाली का चक्कर काट रही है लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हो रही है। पीड़िता ने पति का दूसरा विवाह रोकवाते हुए कार्रवाई किए जाने की मांग की। इस संबंध में सीओ लल्लन सिंह ने बताया कि तहरीर मिली है और दोनों पक्षों को बुलाया गया है। बरात न जाए इसके लिए गांव में पुलिस लगाई गई है। फिलहाल शादी रुकवा दी गई है।