अमेठी। हालांकि जीरो टारलेंस की संस्कृति पर काम करने का दावा किया जा रहा है लेकिन, सरकारी कर्मियों की उजागर हो रही करतूत सिस्टम पर सवाल खड़ा कर रही है।
मंगलवार को घूस लेते पकड़े गए राजस्व निरीक्षक दुर्गा प्रसाद मिश्र का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई मामले सामने आ चुके हैं। घूस के कई मामलों में विजिलेंस टीम कार्रवाई कर चुकी है।
जिला पंचायत राज अधिकारी श्रेया मिश्रा को 17 जून 2021 को 30 हजार रुपये की घूस लेते हुए विजिलेंस टीम ने पकड़ा था।
आरोप था कि कई आरोपों में निलंबित सफाई कर्मी सुशील को बहाल कर दिया गया था लेकिन, बकाया के भुगतान के लिए पैसे की मांग की जा रही थी। डीपीआरओ की गिरफ्तारी की गई थी। इस पर खूब हो हल्ला मचा था।
चार अगस्त 2021 को ही अमेठी ब्लॉक के ग्राम पंचायत जंगल रामनगर की आडिट के लिए प्रधान के बेटे से पैसे की मांग करने का मामला आया था। इस पर प्रधानपुत्र रवींद्र की शिकायत पर विजिलेंस टीम ने यहां पर पहुंचकर ऑडिटर प्रवीण कुमार को पांच हजार रुपये की घूस लेते हुए पकड़ा था।
यह दो मामले ऐसे हैं, जिन पर टीम ने पहुंचकर कार्रवाई की। इसके अतिरिक्त आए दिन सोशल मीडिया पर वसूली की शिकायतें आती रहती है। इधर, जून में ही रामगंज पुलिस चौकी के कर्मियों पर वसूली को लेकर गंभीर आरोप लगे। इस मामले की जांच की बात कही जा रही है।