संवाद न्यूज एजेंसी, अमेठी
Updated Sat, 30 Sep 2023 12:21 AM IST
अमेठी। जल जीवन मिशन के अंतर्गत पाइपलाइन बिछाने के दौरान खोदी गई रोड या खड़ंजा को छोड़ना कार्यदायी संस्था को भारी पड़ेगा। डीएम के निर्देश कार्य पूर्ण करने के बाद तत्काल गड्ढों को भरवाकर ग्राम प्रधान का प्रमाण पत्र लिया जा रहा है। थर्ड पार्टी सर्वे पर मार्ग क्षतिग्रस्त होने की रिपोर्ट मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। अधिशासी अभियंता जल निगम बीपी सिंह ने बताया कि जल जीवन मिशन योजना अंतर्गत जिले में 944 राजस्व ग्रामों में परियोजना पूर्ण करने के उद्देश्य से शासन स्तर से तीन फर्मों को कार्य आवंटित किया गया है। जिसमें वेलस्पन प्राइवेट लिमिटेड, मुंबई को 240, मेसर्स गायत्री रैम्की प्राइवेट लिमिटेड हैदराबाद को 302 तथा मेसर्स विंध्या-टेलीलिंक्स गाजा प्राइवेट लि. नोएडा को 402 राजस्व ग्राम आवंटित है। आवंटित पेयजल परियोजनाओं में से 481 पर कार्य प्रारंभ हो चुका है।
बताया कि योजनाओं में प्रस्तावित नलकूप उच्च जलाशय, पंप हाउस, बाउंड्रीवाल एवं पाइपलाइन का कार्य प्रगति पर है। कुल प्रस्तावित 9150.00 किलोमीटर पाइपलाइन के सापेक्ष 6225.00 किलोमीटर पाइपलाइन बिछाई जा चुकी है।
बताया कि पाइपलाइन बिछाने के दौरान खोदी गई स्ट्रेच/रोड/खड़जा के गड्ढों को भरकर 401 राजस्व ग्रामों में पुर्नस्थापना का शत प्रतिशत कार्य संबंधित कार्यदायी संस्थाओं द्वारा पूर्ण कर लिया गया है। जिनका संबंधित ग्राम प्रधानों से प्रमाण पत्र भी प्राप्त किया गया है। शेष ग्राम पंचायत में पाइपलाइन बिछाने एवं तोड़ी गई रोड व खड़ंजे की पुर्नस्थापना का कार्य शीघ्र करने के निर्देश कार्यदायी संस्थाओं को दिए गए हैं।