
पदाधिकारियों को संबोधित करते प्रदेश अध्यक्ष अजय राय
मुसाफिरखाना(अमेठी)। वाराणसी जा रहे प्रदेश अध्यक्ष ने रविवार को हाई स्थित कस्बे में यूथ कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात कर पदाधिकारी से मारपीट की घटना की जानकारी ली। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं होगा। दर्ज फर्जी केस वापस नहीं हुए तो आंदोलन होगा। प्रदेश अध्यक्ष ने बिना नाम लिए केंद्रीय मंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि अमेठी राहुल गांधी का परिवार है। जनता झूठ से ऊब चुकी है। अमेठी की जनता की डिमांड है कि राहुल गांधी यहां चुनाव लड़े।
अमेठी में दो दिन पहले हुए युवक कांग्रेस जिलाध्यक्ष शुभम सिंह पर हमले का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। एक ओर जहां शुभम सिंह की तहरीर पर भाजपा युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष विषुव मिश्र और किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष सचिंद्र प्रताप सिंह पर केस दर्ज हुआ तो एक दलित की तहरीर पर शुभम सिंह पर एससी/एसटी समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। यूथ कांग्रेस अध्यक्ष शुभम सिंह के साथ मारपीट व फर्जी केस दर्ज होने की जानकारी के बाद रविवार को लखनऊ से वाराणसी जाते समय कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने एक रेस्टोरेंट पर कार्यकर्ताओं से मुलाकात की।
उन्होंने शुभम सिंह से घटना की जानकारी ली। मीडिया को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सत्ताधारियों की ओर से कांग्रेस कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न करने तथा शुभम सिंह पर दर्ज केस को फर्जी बताया। कहा कि यदि प्रशासन ने जल्द से जल्द शुभम सिंह पर दर्ज केस वापस नहीं लिया तो उनके नेतृत्व में कांग्रेस सड़क पर उतरेगी, और अमेठी प्रशासन के खिलाफ बड़ा प्रदर्शन करेगी।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि राहुल गांधी भी एक साधारण कार्यकर्ता है। बिना नाम लिए कहा उनका जो बयान है, मैं उसका उल्टा कहना चाहूंगा। वह भारतीय जनता पार्टी की मालकिन हैं। कहा कि अमेठी की जनता से झूठ बोल रही है। राहुल गांधी यहां से भाग गए हैं के प्रश्न पर कहा कि ये समय बताएगा। आगामी चुनाव में जनता हर झूठ का जवाब देगी।
यूथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष से मारपीट की घटना राहुल गांधी की बढ़ती लोकप्रियता से भाजपा की बौखलाहट है। प्रशासन निष्पक्ष रूप से कार्य करते हुए अगर फर्जी मुकदमों को वापस नहीं लेती तो कांग्रेस पार्टी सड़क पर उतरकर इसका विरोध करेगी। इस मौके पर जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंघल, प्रदेश सचिव फरहान वारसी, डॉ. अरविंद चतुर्वेदी, आशीष शुक्ला, विवेकानंद पाठक, अनिल सिंह, ओपी दुबे, कुलवंत सिंह पिंडारा समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।