तमंचा चेक करते समय गोली चलने से घायल हुआ था युवक
संवाद न्यूज एजेंसी
गौरीगंज (अमेठी)। तमंचा चेक करने के दौरान चली गोली से घायल युवक ने बहनोई को फंसाने के लिए उस पर गोली मारने का आरोप लगा दिया। खुलासा हुआ तो केस दर्ज करने के बाद बुधवार को पुलिस ने तमंचा व कारतूस बरामद कर लिया। साथ ही आरोपी के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई शुरू कर दी है।
शिवरतनगंज थाने के पेंडारा गांव निवासी आदित्य कुमार सिंह गत बृहस्पतिवार रात सीवान में अपने खेत पर लगे पंप सेट की रखवाली करने के दौरान संदिग्ध हालात में घायल हो गया था। उपचार के बाद आदित्य ने बाराबंकी जनपद के हैदरगढ़ कोतवाली क्षेत्र के गांव बढ़नापुर निवासी बहनोई कुलदीप सिंह के खिलाफ हत्या के प्रयास का केस दर्ज कराया। केस दर्ज करने के बाद बुधवार को पुलिस ने आदित्य सिंह व उनके पिता रामबहादुर के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया तो कहानी पर शक हुआ।
पुलिस ने आदित्य सिंह से पूछताछ की तो वह टूट गया। उसने पुलिस को बताया कि एक जून को उसके पिता, बहन व भांजा पेशी पर बाराबंकी जा रहे थे। हैदरगढ़ में बहनोई कुलदीप सिंह ने पिता के साथ अभद्र बात की थी। बहन को प्रताड़ित करने से वह नाराज चल रहा था। रात में ट्यूबवेल पर अपनी सुरक्षा के लिए तमंचा खोलकर चेक कर रहा था। अचानक अंगूठा स्लिप हो जाने से फायर हो गया जिससे उसके दाहिने हाथ व दाहिनी तरफ कमर के ऊपर गोली लग गई। इस पर उसने तमंचा छुपा दिया व घटना को छिपाने के लिए बहनोई कुलदीप के ऊपर जान से मारने की नीयत से फायर करने का आरोप लगा दिया था। सोचा था कि केस के दबाव में कुलदीप समझौता कर उसकी बहन को विदा करा लेगा। पुलिस ने आदित्य की निशानदेही पर घटनास्थल के पास झाड़ी से तमंचा व कारतूस बरामद कर लिया। एसओ अमरेंद्र सिंह ने बताया कि आदित्य ने बहनोई को फंसाने के लिए फर्जी केस दर्ज कराया था। जांच में मामला गलत मिलने पर दर्ज केस में धारा 307 विलोपित कर विवेचना व बरामदगी के आधार पर आदित्य सिंह के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। उसे जेल भेज दिया गया है।