अमेठी। प्रभारी मंत्री गिरीश चंद्र यादव शुक्रवार को जिले के दौरे पर आ रहे हैं। जिला मुख्यालय होने के बाद भी गौरीगंज क्षेत्र कई समस्याओं से जूझ रहा है। स्थानीय लोगों को प्रभारी मंत्री से इन समस्याओं के समाधान की आस है। उधर, बृहस्पतिवार को सरकारी महकमा प्रभारी मंत्री के भ्रमण को लेकर तैयारी में लगा है।
प्रभारी मंत्री शुक्रवार सुबह 10 बजे बजे लोक निर्माण विभाग गौरीगंज के निरीक्षण भवन में भाजपा मंडल अध्यक्ष एवं जिला पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। इसके बाद जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक करेंगे। बाद में दोपहर 12 बजे कलेक्ट्रेट में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक करेंगे।
दोपहर तीन बजे से प्रभारी मंत्री निराश्रित गोवंश प्रबंधन एवं गो-आश्रय स्थल, सरकारी राशन की दुकान, अस्पताल, प्राथमिक विद्यालय एवं अन्य निर्माणाधीन परियोजनाओं का स्थलीय निरीक्षण करेंगे। शाम को ग्राम चौपाल में भी हिस्सा लेंगे। इसको लेकर तैयारी का दावा किया गया है।
आम जन को मंत्री से उम्मीदें
गौरीगंज निवासी व्यवसायी धर्मेंद्र शुक्ला का कहना है कि गौरीगंज जिला मुख्यालय है लेकिन, बस अड्डा अब तक नहीं बन सका है। सबसे ज्यादा दिक्कत रात के समय सफर करने वालों को होती है। रात में सात बजे के बाद से सुल्तानपुर या रायबरेली के लिए बस नहीं मिलती है। परिवहन सेवाओं का सुधार किया जाना चाहिए।
शिक्षाविद कमलाकर मिश्र कहते हैं कि स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने की आवश्यकता है। जिला अस्पताल में हृदय रोग सहित अन्य गंभीर बीमारियों के विशेषज्ञ ही नहीं है। ऐसे में विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती की जानी चाहिए।
सेवानिवृत्त कर्मी दिनेश मिश्र का कहना है कि सड़कों के गड्ढों को भरा जाना चाहिए। गौरीगंज कस्बे में प्रवेश करते ही बड़ा सा गड्ढा मुख्य मार्ग पर है। उस तरफ किसी का ध्यान नहीं है। गौरीगंज में कई मोहल्लों में नाली नहीं बनी है।
अधिवक्ता सूर्य प्रकाश त्रिपाठी का कहना है कि दीवानी न्यायालय का संचालन यहां पर न होने से लोगों को काफी परेशानी होती है। ऐसे में कोर्ट का संचालन कराए जाने की आवश्यकता है।
समस्या का हो रहा निराकरण
– इससे पहले 26 सितंबर को प्रभारी मंत्री ने जिले में बैठक की थी। उस वक्त उन्होंने विजिलेंस की टीम को विद्युत उपभोक्ताओं को परेशान न करने व अनावश्यक विद्युत भार बढ़ाने व बिल ज्यादा आने की शिकायत पर कार्रवाई के लिए कहा था।
अधीक्षण अभियंता ललित कृष्ण ने बताया कि बिल संबंधी जो इश्यू थे, वह साफ्टवेयर के कारण थे। उसे ठीक कराया जा रहा है। विजिलेंस संबंधी मामले में टीमों को आवश्यक निर्देश दिए जा चुके हैँ।