तिलोई(अमेठी)। बहादुरपुर की ग्राम पंचायत नकदैय्यापुर में मंगलवार को पंचायत भवन में वार्षिक कार्य योजना की बैठक के दौरान एक महिला वार्ड सदस्य को घसीटकर पंचायत भवन से बाहर करने का वीडियो वायरल हो रहा है।
महिला सदस्य ने ग्राम प्रधान पर गंभीर आरोप लगाया है। वहीं, ग्राम प्रधान ने भी महिला पर सदन की कार्रवाई में व्यवधान डालने व अभद्रता का आरोप जड़ा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
नकदैय्यापुर ग्राम पंचायत में मंगलवार को विकास कार्यों का प्रस्ताव तैयार करने के लिए पंचायत भवन में खुली बैठक आयोजित हुई। इसमें शामिल होने पहुंची वार्ड सदस्य शांति देवी का ग्राम प्रधान राम नरेश त्रिपाठी व पंचायत सहायक अमरेंद्र शुक्ल से रजिस्टर पर हस्ताक्षर करने को लेकर विवाद हो गया।
महिला सदस्य का आरोप है कि उसे घसीटकर पंचायत भवन से बाहर कर दिया गया। इसी बीच किसी ने पूरे मामले का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। हालांकि बाद में महिला दोबारा पहुंच कर कहासुनी करते हुए कुर्सी पर बैठे भी दिख रही हैं। मामले की शिकायत के बाद पुलिस जांच में जुटी है। जायस कोतवाली प्रभारी देवेंद्र सिंह ने बताया कि प्रार्थना पत्र मिला है। मामले की जांच हो रही हैं।
बिना कोरम पूरा किए कार्य योजना पर हस्ताक्षर कराने का आरोप
ग्राम पंचायत वार्ड सदस्य वृद्ध शांति देवी ने बैठक में बिना कोरम पूरा किए ही कार्य योजना तैयार करने व अनुपस्थित वार्ड सदस्यों के हस्ताक्षर बनाकर प्रस्ताव पास करने का आरोप लगाया है। कहा कि बैठक में ग्राम पंचायत में कुल 11 वार्ड सदस्य हैं, लेकिन बैठक में महज चार ही सदस्य उपस्थित थे। उनसे कार्ययोजना पर दस्तखत करने के लिए कहा गया तो उन्होंने जवाब दिया कि कोरम पूरा नहीं है, हस्ताक्षर नहीं करेंगी। पूर्व में सीडीओ से हुई शिकायत से नाराज लोगों ने उसे घसीट कर बाहर कर दिया।
महिला सदस्य कर रही थीं अभद्रता
प्रधान राम नरेश त्रिपाठी ने बताया कि पंचायत भवन में बैठक के दौरान प्रवेश रजिस्टर पर महिला सदस्य को हस्ताक्षर करने की बात पंचायत सहायक ने कही। इसे लेकर पहले वह पंचायत सहायक से भिड़ गईं, जब उन्होंने बीच-बचाव किया तो महिला सदस्य उनसे भी अभद्रता करने लगीं। महिला सदस्य के शांत नहीं होने पर बैठक से बाहर किया गया है। शेष महिला सदस्य की ओर से लगाए गए आरोप निराधार हैं।
मामला संज्ञान में नही, कराई जाएगी जांच
बीडीओ विजयंत सिंह ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है। यदि पंचायत की बैठक के दौरान सदस्य के साथ मार-पीट या अभद्रता हुई है तो पूरे प्रकरण की जांच कराई जाएगी। जांच में प्रकाश में आने वाले तथ्यों के आधार पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।