गौरीगंज (अमेठी)। स्वास्थ स्वच्छता, शिक्षा व पोषाहार में विद्यार्थियों को प्रशिक्षित करने के लिए सभी माध्यमिक कॉलेजों मेें किशोर स्वास्थ्य क्लब गठित होगा। क्लब में सीएचओ के साथ प्रधानाचार्य व शिक्षक के अलावा दस-दस बालक व बालिकाएं शामिल की जाएंगी। क्लब की मदद से विद्यार्थियों को शिक्षित करने के साथ प्रांरभिक उपचार विधि में भी दक्ष किया जाएगा।
जिले में संचालित 36 राजकीय, 25 एडेड व 180 वित्तविहीन इंटर कॉलेजों का संचालन माध्यमिक शिक्षा विभाग करता है। इन कॉलेजों में शैक्षिक सत्र 2023-24 में 98 हजार विद्यार्थी पंजीकृत हैं। विद्यार्थियों को रचनात्मक, नैतिक मूल्य एवं स्वास्थ्य संवर्धन/अरोग्यकारी गतिविधियों, बीमारी से रोकथाम में प्रशिक्षित किया जाएगा। कवायद सफल हो इसके लिए स्वास्थ्य एवं शिक्षा विभाग संयुक्त रूप से कार्य करेगा। सभी कॉलेजों में किशोर हेल्थ क्लब गठित करते हुए किशोरावस्था में विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के निराकरण के लिए एक मंच दिया जाएगा।
क्लब की मदद से कॉलेज तक स्वास्थ्य सुविधाओं को पहुंचाते हुए चोट, हिंसा, मादक द्रव्य सेवन, जोखिम भरा यौन व्यवहार, मनोवैज्ञानिक एवं भावनात्मक विकार को कम करने की दिशा में काम किया जाएगा। क्लब की मदद से संक्रामक रोगों से बचाव हेतु किशोर को अनुकूल वातावरण देते हुए स्वास्थ्य और पोषण को बढ़ावा दिया जाएगा। इतना ही नहीं लैगिंक समानता और जीवन कौशल पर सकरात्मक सोच विकसित करते हुए साफ-सफाई, व्यक्तिगत स्वच्छता व आत्मविश्वास को बढ़ाया जाएगा।
क्लब में कम्युनिटी हेल्थ अफसर, प्रधानाचार्य, एक-एक महिला व पुरुष शिक्षक, प्रत्येक कक्षा से दो-दो बालक व बालिका के साथ ही एनएसएस, एनसीसी व स्काउट गाइड के प्रतिभागियों को शामिल किया जाएगा। क्लब की मदद से साप्ताहिक आयरन संपूर्ण कार्यक्रम, कृमि मुक्ति अभियान, माहवरी स्वच्छता प्रबंध, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, स्वच्छता परीक्षण वं उपचार, शारीरिक एवं मानसिक फिटनेस तथा आपातकालीन देखभाल के लिए कौशल का विकास किया जाएगा।
क्लब गठित करने का उद्देश्य
किशोर हेल्थ क्लब स्वास्थ्य विषयक आधारित थीम पर है। इसमें किशोरवस्था संबंधी परिवर्तन, आंखों की देखभाल, मुंह की स्वच्छता, हिंसा रोकथाम, ध्यान और योग, इंटरनेट सुरक्षा व मीडिया साक्षरता, पोषण, मानसिक स्वास्थ्य के साथ ही एड्स की जानकारी देना है। इतना ही नहीं मादक पदार्थ सेवन से होनी वाली हानियों के प्रति जागरूक कर विद्यार्थियों का भविष्य भी सुरक्षित करना है। कार्यक्रम में समय-समय पर स्वास्थ्य शिविर आयोजित कर जांच करने के साथ ही प्रतियोगिता आयोजित कर प्रतिभागियों को सम्मानित किया जाएगा।
मांगी गई रिपोर्ट
सभी कॉलेजों में अनिवार्य रूप से किशोर स्वास्थ्य क्लब गठित करने की कोशिश चल रही है। सभी प्रधानाचार्यों को अपने-अपने क्षेत्र में स्थित सरकारी अस्पताल से संपर्क कर क्लब गठित करने को कहा गया है। इतना ही नहीं शिविर आयोजित कर विद्यार्थियों की जांच के साथ उन्हें जागरूक करने को भी कहा गया है। क्लब गठित होने के बाद नियमित रूप से निर्धारित आयोजन कर रिपोर्ट देने को भी कहा गया है। क्लब गठित होने से विद्यार्थियों को स्वास्थ्य, पोषण व स्वच्छता की बेहतर जानकारी मिलेगी जो उनके लिए बहुत कारगार साबित होगी। – आशुतोष मिश्र, सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी