गौरीगंज (अमेठी)। शहर कोतवाली परिसर में बुधवार को गौरीगंज सपा विधायक और भाजपा प्रत्याशी के पति में मारपीट के बाद आग दोनों तरफ सुलग रही है। इस घटना के बाद पुलिस सतर्क हो चली है। पुलिस की कई गोपनीय टीमें दोनों पक्षों की प्रत्येक गतिविधि पर नजर रख रही हैं। गौरीगंज के सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह और शहर के पचेहरी वार्ड निवासी दीपक सिंह में काफी समय से तनातनी चल रही है। निकाय चुनाव की घोषणा के बाद से तनातनी और बढ़ गई। स्थिति तब और नाजुक हो गई जब अध्यक्ष पद के लिए भाजपा प्रत्याशी रश्मि सिंह के पति दीपक सिंह पर कई दिनों से विधायक को घेरने की कोशिश व उनके समर्थकों के साथ मारपीट करने के आरोप लगने लगे।

विधायक का आरोप है कि जिन लोगों को दीपक व उनके समर्थकों ने मारा पीटा, उनकी तहरीर पर केस पुलिस ने केस तक दर्ज नहीं किया। इसी बात पर विधायक मंगलवार रात से धरने पर थे। इसी बीच बृहस्पतिवार की सुबह 10 बजे दोनों पक्ष आमने सामने हो गए। कोतवाली परिसर के बाहर दीपक सिंह की गाड़ी पर विधायक के उग्र समर्थकों ने पथराव किया। बचने के लिए दीपक वाहन लेकर कोतवाली में घुस गए। यहां हुई गाली-गलौज के बीच विधायक व उनके समर्थकों ने दीपक को पीट दिया। पुलिस ने किसी तरह दोनों पक्षों को शांत कराया।

घटना के बाद फौरी तौर पर दोनों पक्ष भले ही शांत हो गए हों लेकिन दोनों पक्षों के बीच सुलग रही आग में घी पड़ गया है। ऐसा माना जा रहा है कि दोनों पक्ष दोबारा कभी भी आमने-सामने हो सकते हैं। लापरवाही के चलते कोतवाली परिसर में इतनी बड़ी घटना होने से फजीहत झेल रही पुलिस भी खासी सतर्क है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, दोनों पक्षों के बीच संभावित विवाद को रोका जा सके इसके लिए पुलिस की कई गोपनीय टीमें दोनों पक्षों के सभी प्रमुख चेहरों पर निगाह रख रही हैं।

पुलिस के रवैए से विधायक आहत

पुलिस के गैर जिम्मेदाराना रवैए से विधायक राकेश प्रताप सिंह बेहद आहत हैं। राकेश प्रताप ने फोन पर बताया कि उनके खिलाफ गलत तरीके से प्राणघातक हमले का केस दर्ज किया गया है। परिवार के उन सदस्यों को मुकदमे में लपेटा गया है जो मौके पर थे ही नहीं। उनके जिन समर्थकों के साथ मारपीट की गई उनकी तहरीर पर जांच की बात कहने वाली पुलिस ने उन पर मुकदमा दर्ज करने में एक मिनट नहीं लगाया। पुलिस हिस्ट्रीशीटर अपराधी के बजाय उन पर शिकंजा कस रही है। गलत तरीके से दर्ज केस के खिलाफ हाईकोर्ट जाऊंगा।

मतगणना के बाद करूंगा रिट

भाजपा प्रत्याशी के पति दीपक सिंह ने कहा कि मतगणना पूरी होने के बाद इस मामले को हाईकोर्ट में लेकर जाएंगे। हाईकोर्ट में बताएंगे कि कैसे सपा के गुंडा विधायक ने उन पर कोतवाली परिसर में हमला बोला। कैसे उन्हें घसीट-घसीट कर पीटा गया। बावजूद इसके पुलिस ने विधायक और उनके समर्थकों को खुला छोड़ रखा है। विधायक समर्थक उन पर कभी भी हमला कर सकते हैं। हाईकोर्ट से विधायक के स्कूल-कॉलेज से लेकर तमाम अन्य गतिविधियों की जांच कराने की मांग करूंगा।

केस नहीं दर्ज होने से बिगड़े हालात

कई दिनों से चल रही तनातनी के बीच कुशबैरा निवासी कुलदीप सिंह ने तीन मई, किटियावां निवासी बांके बिहारी सिंह व भटगवां निवासी शमीम उर्फ मुन्ना ने नौ मई को दीपक सिंह व उनके साथियों के खिलाफ तहरीर पुलिस को दी थी। तहरीर में मारपीट व अपहरण आदि का आरोप लगाया था। इन तहरीरों पर केस दर्ज नहीं होने से विधायक को थाने में धरना देना पड़ा और स्थिति बिगड़ गई। बुधवार को हुई घटना के बाद उमेश प्रताप सिंह व राहुल सिंह ने दीपक और उनके साथियों तथा भटगवां निवासी दीपक कुमार की ओर से सूखी बाजगढ़ निवासी उदयभान सिंह उर्फ बबलू के खिलाफ तहरीर देकर गंभीर आरोप लगाए गए हैं।

होगी कड़ी कार्रवाई : एसपी

एसपी डॉ. इलामारन जी. ने बताया कि विधायक समर्थकों की ओर से दी गई तहरीर की जांच की जा रही है। मतगणना के बाद पूरे मामले में दोषी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।



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